दमोह उपचुनावः राहुल सिंह ने कहा पार्टी मां के समान, गद्दारी करने वालों का निष्कासन हो, अब कांग्रेसी उड़ा रहे खिल्ली

इस हलचल का सबसे ज़्यादा मज़ा कांग्रेस पार्टी और उसके नेता ले रहे हैं। जो लगातार राहुल के इस बयान को सोशल मीडिया पर ठेले जा रहे हैं। 

भोपाल। दमोह उपचुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए राहतभरे रहे हैं। पिछले उपचुनावों में पार्टी को ख़ासी निराशा हाथ लगी थी लेकिन इस बार दमोह उपचुनावों ने जैसे पार्टी के ज़ख्मों पर मरहम का काम किया है। इन चुनावों में गद्दार का मुद्दा भी उछला और यह मुद्दा लगातार सुर्ख़ियों में बना भी रहा। इसकी वजह राहुल सिंह का दिया हुआ पुराना एक साक्षात्कार रहा जहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी के प्रति अपनी वफ़ादारी के कसीदे पढ़े थे।

हालांकि बाद में राहुल ने कांग्रेस का हाथ छिटक कर भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन उपचुनावों मे साक्षात्कार के  वही कसीदे कई बार गूंजे और अब मौका ऐसा आ गया है कि राहुल सिंह एक बार फिर पार्टी के प्रति वफ़ादारी और मातृप्रेम दिखा रहे हैं हालांकि इस बार वे इसकी सीख़ जयंत मलैया, उनके परिवार और दूसरे भाजपाई कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं।  उन्होंने मलैया परिवार को पार्टी से निष्काषित करने की मांग तक कर दी।

राहुल ने मीडिया के सामने आकर जयंत मलैया पर खुले रुप से उन्हें हरवाने के आरोप लगाए। राहुल ने कहा कि कैसे मलैया के रहते हुए पार्टी उनका ही वार्ड हार गई, उनके बेटे के रहते हुए शहर हार गई जबकि वे शहर के प्रभारी बनाए गए थे। उनके ये बयान पार्टी में काफ़ी हलचल पैदा कर रहा है लेकिन इस हलचल का सबसे ज़्यादा मज़ा कांग्रेस पार्टी और उसके नेता ले रहे हैं। जो लगातार राहुल के इस बयान को सोशल मीडिया पर ठेले जा रहे हैं।

हालांकि भाजपा से जुड़े बहुत से अन्य लोग भी राहुल सिंह की हार को अचरज से नहीं देखते। इसके पीछे उनकी दलील थी कि पार्टी के कई नेताओं ने मिलकर जयंत मलैया का राजनीतिक वर्चस्व खत्म करने की साजिश की। जिसका अंदाज़ा जनता को था। इन कार्यकर्ताओं की मानें तो जब राहुल सिंह को पार्टी ने एक पद दे दिया था तो जयंत मलैया को इस तरह से दरकिनार करना ठीक नहीं था। ये कार्यकर्ता भी राहुल सिंह के इन बयानों का ख़ूब मख़ौल उड़ा रहे हैं।

First Published on: May 3, 2021 12:18 AM