पांच साल बाद बनने जा रही भाजपा की कार्यकारिणी, सिंधिया सर्मथकों को होगी मुश्किल

पांच साल बाद यह मौका आएगा जब प्रदेशाध्यक्ष अपनी टीम बनाएंगे। इससे पहले नंदकुमार सिंह चौहान ने ही अपनी टीम बनाई थी और फिर राकेश सिंह अध्यक्ष बने लेकिन वे भी अपनी टीम नहीं बना सके और अब वीडी शर्मा का भी ज्यादातर समय बिना कार्यकारिणी के ही निकल गया। 

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति में नियुक्तियां अब जल्दी ही की जाएंगी। तीन जनवरी को कैबिनेट विस्तार के साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी अपनी टीम घोषित कर देंगे। पांच साल बाद यह मौका आएगा जब प्रदेशाध्यक्ष अपनी टीम बनाएंगे।

इससे पहले नंदकुमार सिंह चौहान ने ही अपनी टीम बनाई थी और फिर राकेश सिंह अध्यक्ष बने लेकिन वे भी अपनी टीम नहीं बना सके और अब वीडी शर्मा का भी ज्यादातर समय बिना कार्यकारिणी के ही निकल गया।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कार्यकारिणी में एससी-एसटी और ओबीसी के ज्यादा लोगों को जगह दी जाएगी। ऐसे में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की टीम से केवल दो-तीन लोगों को ही जगह मिल सकेगी। ऐसे में अब कितने प्रवक्ता ही होंगे और संगठन में यह तो रविवार को ही पता चलेगा। इसके अलावा शेष नेताओं को मोर्चे में स्थान मिल सकता है।

सिंधिया खेमा दोनों विधायकों को मंत्री बनवाना चाहता है। कैबिनेट विस्तार में केवल तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को लिया गया है। सिंधिया खेमे के अन्य नेताओं पर रविवार को होने वाली बैठक में इस अंतिम निर्णय होगा। इस बार संगठन में जातिगत समीकरण का खास ध्यान रखा जाएगा। यहां अनुसूचित जाति और जनजाति के सदस्यों को ज्यादा तवज्जो मिलेगी।

दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक दिल्ली ने प्रदेश संगठन को साफ कह दिया है कि बहुत अधिक मजबूरी या विवशता न हो तो टीम में 55 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति न लिया जाए। इस क्राइटेरिया के आने के बाद अब प्रदेश में टीम के गठन पर चल रहा गतिरोध थम गया है। दरअसल, यहां कई सीनियर नेता दबाव बना रहे थे कि उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया तो कम से कम संगठन में सम्मान मिले। इसमें पूर्व मंत्री व तीन से चार बार के विधायक हैं।

इस बार पूरी कार्यकारिणी में हर तरह का सामांजस्य रखा जाएगा। संगठन में हर क्षेत्र को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। भोपाल से पूर्व महापौर आलोक शर्मा और शैलेंद्र शर्मा को वीडी शर्मा की टीम में जगह मिल सकती है। इसी तरह बुंदेलखंड से लता वानखेड़े, चंबल से संध्या राय, जबलपुर से विनोद मिश्रा और आशीष दुबे, रीवा से दिव्यराज सिंह, शहडोल से हिमांद्री सिंह या नरेंद्र मरावी, निमाड़ से वेल सिंह भूरिया और चेतन कश्यप, होशंगाबाद से माया नारोलिया, रायसेन से नरेंद्र शिवाजी पटेल, भिंड-मुरैना से राघवेंद्र शर्मा या राघवेंद्र गौतम, मंदसौर से विजय आठवाल को संगठन में लिया जा सकता है।

खबरों के मुताबिक प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम में 10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्रियों को जगह मिल सकती है। प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया, उषा ठाकुर और बृजेंद्र प्रताप सिंह को संगठन से बाहर करने पर सहमति बन गई है। दरअसल, तीनों नेता शिवराज सरकार में मंत्री हैं। ऐसे में इनके जाने पर नए लोगों के लिए जगह बन सकेगी।

 

First Published on: January 2, 2021 8:15 PM