दो साल बीतने के बाद भी किसानों को नहीं मिली प्याज और सोयाबीन के भावांतर की राशि

इंदौर जिले के करीब 7000 किसान हैं जिनका आज भी लगभग 30 करोड़ रुपये का भुगतान प्याज भावांतर राशि का बकाया है। साथ ही सोयाबीन के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों के खातों में रकम आना था, लेकिन यह राशि भी नहीं आई है।

bhavanter scheme protest

Photo Courtsey_NaiDunia Digital

इंदौर। इंदौर जिले में प्याज और सोयाबीन फसलों के भावांतर भुगतान योजना के बकाया रुपये दो साल के बाद भी किसानों के खातों में सरकार ने नहीं डाले हैं।

इस मसले को लेकर भारतीय किसान एवं मजदूर सेना के नेतृत्व में कई किसानों ने सोमवार को कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

इंदौर जिले के करीब 7000 किसान हैं जिनका आज भी लगभग 30 करोड़ रुपये का भुगतान प्याज भावांतर राशि का बकाया है। साथ ही सोयाबीन के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों के खातों में रकम आना था, लेकिन यह राशि भी नहीं आई है।

भारतीय किसान एवं मजदूर सेना के प्रदेश अध्यक्ष बबलू जाधव ने कहा कि

भावांतर योजना की बकाया राशि जल्द ही किसानों के बैंक खातों में जमा नहीं की गई तो किसान सड़कों पर उतरेंगे।

किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिलने पर नुकसान की भरपाई के लिए राज्य शासन ने भावांतर योजना शुरू की थी, लेकिन आज भी कई किसान ऐसे हैं जो दो साल बाद भी इस राशि का इंतजार कर रहे हैं।

भावांतर योजना के अनुसार, किसान की फसल समर्थन मूल्य से कम बिकने पर उसके अंतर की राशि किसानों के बैंक खातों में पहुंचाई जाएगी।

First Published on: January 4, 2021 5:02 PM