लखीमपुर खीरी में किसानों के रौंदे जाने की घटना के एक साल पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने दिया ज्ञापन

गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी, आरोपियों को सख्त से सख्त सजा और पीड़ित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग। भावांतर राशि के भुगतान और 186 किसानों के बकाया के भुगतान की भी मांग। संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में तहसील-जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन देने का किया था आह्वान।

memorandum for kisan morcha

इंदौर। संयुक्त किसान मोर्चे ने मंगलवार दिनांक 4 अक्टूबर 2022 को देशभर से अपने जुड़े संगठनों से आह्वान किया था कि लखीमपुर खीरी की घटना के एक साल पूरे होने पर पूरे देश के जिला मुख्यालयों और तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिए जाएं।

उसी के तहत इंदौर में भी संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान मजदूर सेना, अखिल भारतीय किसान सभा अजय भवन सहित विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने संभागायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।

ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से रामस्वरूप मंत्री, अरुण चौहान, बबलू जाधव, रूद्रपाल यादव, केसर सिंह नायक, लाखन सिंह डाबी आदि शरीक थे।

गौरतलब है कि पिछली 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र टेनी ने लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी और किसानों को रौंद दिया था जिसमें 4 किसान और एक पत्रकार की मौत हो गई थी।

इस घटना से पूरे देश के किसान संगठनों में आक्रोश था और उन्होंने मृतकों को मुआवजा देने गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने और दोषी गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र टेनी पर सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की थी, लेकिन मांगे अभी तक पूरी नहीं हुई हैं।

इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में प्रदर्शन और ज्ञापन दिए, जिसके तहत इंदौर में ज्ञापन दिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि

आज लखीमपुर के उन पांच किसानों की सुनियोजित हत्या को एक साल हो गया है, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला। मजबूरन आज देश भर में किसान और इस घटना से आहत अन्य तमाम वर्गों के न्यायपसंद लोग काली पट्टी बांधकर, शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए, केन्द्र सरकार का पुतला फूंकते हुए आपकी सरकार के किसानों के प्रति इस शत्रुतापूर्ण रवैये के विरोध में अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। साथ ही एक बार फिर लखीमपुर के शहीद किसानों के लिए न्याय की मांग दोहराते हैं :

First Published on: October 4, 2022 2:38 PM