कमलनाथ का शिवराज पर तीखा हमला, बताया शिलान्यास मंत्री, कहा- विश्वास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा मध्यप्रदेश का चुनाव


पूर्व मुख्यमंत्री व पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर कहा कि वे मुख्यमंत्री के साथ शिलान्यास मंत्री भी हैं। जहां जाओ शिलान्यास करो। जेब में नारियल लेकर घूमते हैं। झूठ और घोषणा की मशीन बने हुए हैं।


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भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री व पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तीखा हमला बोला है और कहा कि वे मुख्यमंत्री के साथ शिलान्यास मंत्री भी हैं। जहां जाओ शिलान्यास करो। जेब में नारियल लेकर घूमते हैं। झूठ और घोषणा की मशीन बने हुए हैं।

कमलनाथ सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित किए गए केवट समाज के सम्मेलन में शामिल हुए जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी द्वारा भगवान बजरंगबली के नाम का दुरुपयोग करने का भरपूर प्रयास किया गया, किस प्रकार पैसे का दुरुपयोग किया गया। उसके बावजूद कांग्रेस की कुल सीटों की 50% सीटें भी नहीं जीत पाए, 64 सीटों पर सिमट कर रह गए।

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का असर कर्नाटक चुनाव की तरह मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। हारी हुई विधानसभा सीटों पर पहले टिकट घोषित करने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि हम सबसे चर्चा करेंगे। कोई सोचे कि किसी टिकट के लिए प्रभावित कर लेगा, तो मुझे कोई दबा नहीं सकता, मुझे कोई पटा नहीं सकता। हम स्थानीय संगठन से चर्चा करके निर्णय करेंगे। वही मैं रोज कर रहा हूं। सुबह मैं दो सौ लोगों से मिला। जब तक स्थानीय संगठन किसी उम्मीदवार को स्वीकार न करे, तब तक न तो संगठन के साथ न्याय होता है और न वो उम्मीदवार जीतता है।

उन्होंने कहा कि हमारे वचन पत्र लगभग पूरा होने को है, किसान कर्ज माफी से जुड़ी हुई तमाम घोषणाएं कांग्रेस के वचन पत्र में आ जायेंगी। नारी सम्मान योजना की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी नारी सम्मान योजना को प्रदेश भर से बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। अंत में मुद्दा यह होगा कि जनता किस पर विश्वास करती है और इसी विश्वास के मुद्दे पर मध्यप्रदेश का चुनाव लड़ा जाएगा।

HuT जैसे संगठनों के सदस्यों की धरपकड़ पर कमलनाथ ने कहा कि यदि मध्यप्रदेश में कट्टरवादी संगठनों की घुसपैठ हुई है तो यह पुलिस प्रशासन का दायित्व होना चाहिए कि मध्यप्रदेश को ऐसी शक्तियों से मुक्त करें।

द केरला स्टोरी को लेकर उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म नहीं देखी है और इस विषय में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन आम मतदाता अब बहुत समझदार हो चुका है। वह समझ रहा है कि धार्मिक मुद्दों को राजनीतिक मंच पर भाजपा लेकर आ रही है और अपने कार्यकाल का हिसाब नहीं दे रही है।

कर्नाटक में सीएम के चेहरे को लेकर पूछे गए सवाल से वह किनारा करते नजर आए और कहा कि सिद्धारमैया जी और डीके शिवकुमार जी दोनों मेरे बहुत नजदीक हैं। मेरी दोनों से लगातार बात हो रही है। मेरी खड़गे जी से भी बात हुई है। आज डीके शिवकुमार का जन्मदिन भी है। मुख्यमंत्री कौन होगा, इस विषय में मैं कुछ नहीं बोलना चाहता।



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