
सरकारी राशन पाने के लिए अब ई-केवायसी (e-KYC) अनिवार्य कर दी गई है। धार जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के अंतर्गत करीब 15 लाख 55 हजार 151 हितग्राही जुड़े हुए हैं। इनमें से अभी तक 13 लाख 63 हजार 734 उपभोक्ताओं की ई-केवायसी पूरी हो चुकी है, जबकि 1 लाख 63 हजार 946 हितग्राही अब भी इससे वंचित हैं। इन्हें 15 जून 2025 तक का समय दिया गया है, जिसके बाद ई-केवायसी नहीं कराने वालों का राशन रोका जा सकता है।
ई-केवायसी की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के लिए राज्य सरकार ने ‘मेरा ई-केवायसी’ नामक मोबाइल ऐप तैयार किया है। इस ऐप की मदद से हितग्राही घर बैठे ई-केवायसी कर सकते हैं।
प्रशासन का लक्ष्य और सख्त रवैया
शासन का स्पष्ट निर्देश है कि 100% ई-केवायसी सुनिश्चित की जाए। जिला प्रशासन ने 195 उचित मूल्य दुकानों को लापरवाही के चलते नोटिस जारी किए हैं। इस कार्रवाई के बाद काम में थोड़ी तेजी जरूर आई, लेकिन अब भी 11% उपभोक्ता प्रक्रिया से बाहर हैं। हर दिन जिलेभर में समीक्षा बैठकें हो रही हैं और घर-घर जाकर केवायसी का कार्य चल रहा है।
नेटवर्क और पलायन बने बड़ी चुनौती
धार जिले के डही, बाग, उमरबन और गंधवानी जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में नेटवर्क की गंभीर समस्या है। बाग के घोटियादेव गांव में तो लाभार्थियों को पास की पहाड़ी पर ले जाकर ई-केवायसी करवाई गई क्योंकि गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं था। दूसरी ओर, कई हितग्राही मजदूरी के लिए गुजरात या अन्य राज्यों में पलायन कर गए हैं। इसी कारण वे केवायसी के लिए उपलब्ध नहीं हो पा रहे।
एक और बड़ी समस्या यह सामने आई है कि कई हितग्राहियों के आधार कार्ड जिन मोबाइल नंबरों से जुड़े हैं, वे अब उपयोग में नहीं हैं। इस वजह से ओटीपी जनरेट नहीं हो पा रहा और ई-केवायसी प्रक्रिया अधूरी रह जा रही है।
‘मेरा ई-केवायसी’ ऐप कैसे करें इस्तेमाल?
सरल और सुरक्षित प्रक्रिया:
1. गूगल प्ले स्टोर से ‘मेरा ई-केवायसी’ ऐप डाउनलोड करें।
2. राज्य, जिला और ग्राम चयन करें।
3. आधार नंबर डालें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करें।
4. चेहरे की पहचान (फेस ऑथेंटिकेशन) के जरिए ई-केवायसी पूरी करें।
कैम्प और डोर-टू-डोर अभियान
प्रशासन की ओर से पहले ग्राम पंचायत स्तर पर ई-केवायसी कैंप लगाए गए। बाद में मैदानी अमले को पीओएस मशीन के साथ घर-घर भेजा गया, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रह जाए। इसके बावजूद 1.63 लाख लाभार्थी अब तक प्रक्रिया में नहीं जुड़ पाए हैं।