
दीपावली पर्व को लेकर धार शहर में पटाखा बाजार की रौनक बढ़ने लगी है। इसी के साथ पुलिस और प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सतर्क दिखाई दे रहे हैं। बुधवार को सीएसपी सुजावल जग्गा और नगर पालिका ईई अश्विनी डाबर ने नगरपालिका की टीम के साथ उदय रंजन क्लब मैदान स्थित पटाखा बाजार का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने दुकानों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की और विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान सीएसपी जग्गा ने दुकानदारों को स्पष्ट रूप से कहा कि दुकान में आग बुझाने के यंत्र (कम से कम 5 किलोग्राम क्षमता वाला डीसीपी) और पानी के ड्रम अनिवार्य रूप से रखे जाएं। नगर पालिका ने प्रत्येक दुकान के सामने 200 लीटर पानी का ड्रम और बाल्टियां रखने के निर्देश दिए हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। अधिकारियों ने यह भी निर्देश दिया कि तेल या गैस के लैंप तथा खुली बिजली की बत्तियों का प्रयोग पूरी तरह से वर्जित रहेगा।
65 लाइसेंसी दुकानदारों को आवंटन
नगर पालिका ने इस बार 65 लाइसेंसी पटाखा विक्रेताओं को 10 बाय 15 फीट की दुकानों का आवंटन किया है। दुकानों के बीच पर्याप्त दूरी रखी गई है ताकि किसी हादसे की स्थिति में नुकसान कम से कम हो। सभी दुकानों के ऊपर टीनशेड और लाइटिंग की समुचित व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, प्रत्येक दुकान में केवल वयस्क व्यक्तियों की उपस्थिति में ही पटाखों की बिक्री की अनुमति दी गई है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी दुकान से 100 मीटर के दायरे में आतिशबाजी प्रदर्शन नहीं किया जा सकेगा।
सुरक्षा और निगरानी की व्यापक व्यवस्था
प्रशासन ने पूरे बाजार में 24 घंटे निगरानी की व्यवस्था की है। सीएमओ केवी सिंह ने बताया कि दुकानों का आवंटन एसडीएम राहुल गुप्ता की निगरानी में किया गया है और सभी व्यापारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। बाजार क्षेत्र में वाहन पार्किंग पूरी तरह प्रतिबंधित की गई है ताकि अग्निशमन वाहन या एम्बुलेंस को आने-जाने में कोई बाधा न हो। थाना प्रभारी सुनील शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे।
20 अक्टूबर तक संचालित होंगी दुकानें
यह बाजार 20 अक्टूबर तक यानी दीपावली तक संचालित रहेगा। बुधवार सुबह से ही व्यापारी अपनी दुकानें सजा चुके हैं और ग्राहकों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। हालांकि बाजार की पूरी व्यवस्था अभी अंतिम चरण में है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि इस बार सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।