मुरैना: ज़हरीली शराब से ग्यारह की मौत, गुस्साए लोगों ने कहा व्यवस्था ऐसी है तो थाने ही हटा दो


लोगों का कहना था कि जिले से लेकर भोपाल तक छोटे- बड़े अधिकारियों और मुख्यमंत्री तक सभी को पता है कि मुरैना के ग्रामीण अंचलों में किस तरह से अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। यहां जुआ सट्टा चलना भी आम हो चुका है।


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ग्वालियर Updated On :

ग्वालियर। मुरैना जिले के दो थाना क्षेत्रों में सोमवार को जहरीली शराब पीने से ग्यारह लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती रही। इसके अलावा करीब सात लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में दो अलग-अलग गांवों के लोग शामिल हैं। इनमें सात मानपुर के पृथ्वी गांव और चार सुमावली के पावली गांव के बताए जाते हैं।

शराब पीने वाले बहुत से लोगों को मुरैना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने दो लोगों की हालत ज्यादा खराब होने पर सोमवार की रात ग्वालियर के लिए रैफर किया था।

नईदुनिया की खबर के मुताबिक एसडीओपी सुजीत भदौरिया का कहना है कि मौत अधिक शराब पीने से हुई या फिर जहरीली शराब पीने से, यह जांच के बाद ही पता चलेगा हालांकि इस दौरान गांव में शराब पीकर बीमार होने वाले दूसरे लोगों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।

जहरीली शराब से हो रही मौत की खबरें सुनने के बाद मंगलवार सुबह से ही यहां काफी भीड़ हो गई और लोग प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नारेबाजी करने लगे।  लोगों का कहना था कि जिले से लेकर भोपाल तक छोटे- बड़े अधिकारियों और मुख्यमंत्री तक सभी को पता है कि मुरैना के ग्रामीण अंचलों में किस तरह से अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। यहां जुआ सट्टा चलना भी आम हो चुका है।

पुलिस और प्रशासन की उदासीनता के चलते युवा इसकी लत में फंस रहे है और आज इतना बड़ा घटनाक्रम हो गया है। लोगों ने यहां तक कहा कि जब पुलिस अवैध धंधे नहीं रोक सकती है तो यहां थाने रखने से भी फायदा नहीं उन्हें भी हटा देना चाहिये ।



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