इंदौर। उपचुनाव का समय नजदीक आते-आते नेताओं के बिगड़े बोल भी सामने आने लगे हैं। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के बीच नेता शाब्दिक मर्यादाओं की सारी लकीरें लांघते हुए दिख रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बुधवार को दिए गए बयान के बाद गुरुवार को कांग्रेस नेता और कमलनाथ सरकार में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने जमकर शब्द बाण चलाए। सांवेर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के नामांकन के बाद आयोजित सभा में कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय को रावण और तंत्र मंत्र करने वाला तक कह दिया।
सांवेर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डु ने गुरुवार को नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर हुई जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को निशाना बनाते हुए कहा कि
विजयवर्गीय साड़ी, बाल बढ़ाकर तंत्र-मंत्र करते थे। जैसे-जैसे दशहरा पास आता है विजयवर्गीय का चेहरा रावण जैसा लगने लगता है। विजयवर्गीय का नाम लेते हुए वर्मा ने कहा कि कैलाश मुख्यमंत्री बनने के सपने देखते थे। भाजपा ने उन्हें बंगाल फेंक दिया। वहां पर विजयवर्गीय से बड़ी जादूगरनी ममता बनर्जी बैठी हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर ने कहा कि क्योंकि भाजपा ने नोटों के दम पर सरकार बनाई है इसलिए इस चुनाव में नोटों की बोरियों के मुंह खोल दिए जाएंगे। ऐसे में लोगों को समझदारी से काम लेना होगा।
पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल और अंतरसिंह दरबार ने सिलावट को निशाने पर लेते हुए कहा कि मैदान छोड़कर भागना सिलावट की आदत है। सन 1998 में भी वे चुनाव लड़ने से इनकार करते हुए सांवेर छोड़कर भाग गए थे। इंदौर के पांच नंबर विधानसभा से टिकट मांगा था।
एक दिन पहले ही भाजपा उम्मीदवार तुलसी सिलावट के नामांकन जूलूस के बाद हुई सभा में भाजपा महासचिव ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजयसिंह को चुन्नु-मुन्नु कहकर संबोधित किया था। गुरुवार को कांग्रेस के मंच से सज्जन वर्मा के बयान को उसी का पलटवार माना जा रहा है।













