15 अक्टूबर 2024 को बिहार के भागलपुर जिले के मीराचक क्षेत्र में रहने वाले 48 वर्षीय मजदूर प्रकाश मंडल को उनके घर पर रसेल वाइपर सांप ने काटा। सांप के काटने के बाद उन्होंने सांप को सिर से पकड़ लिया और परिवार के साथ जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएनएमसीएच) भागलपुर पहुंचे। मंडल ने मीडिया को बताया कि उन्होंने अपने हाथ पर कटे हिस्से को कसकर बांध लिया ताकि ज़हर पूरे शरीर में न फैले।
डॉक्टरों को सांप दिखाने की जिद
अस्पताल पहुंचने पर मंडल ने डॉक्टरों से इलाज शुरू करने से पहले सांप को पहचानने के लिए दिखाया, ताकि सही एंटीवेनम दिया जा सके। शुरुआत में अस्पताल का स्टाफ उनके पास सांप के कारण मदद करने से हिचकिचा रहा, लेकिन परिवार की मदद से उन्होंने गद्दी पर लेटकर इलाज शुरू कराया। बाद में उनके परिवार ने सांप को बोरे में बांधकर रखा, जिसे बाद में वन विभाग ने कब्जे में ले लिया।
अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक वीर मणि ने बताया कि मंडल को निगरानी में रखा गया है और वे खतरे से बाहर हैं।
भारत में रसेल वाइपर के खतरे
रसेल वाइपर भारत के चार सबसे ज़हरीले सांपों में से एक है, जिसमें कोबरा, करैत, और सॉ स्केल्ड वाइपर भी शामिल हैं। यह सांप मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में पाया जाता है और इसका नाम ब्रिटिश वैज्ञानिक पैट्रिक रसेल के नाम पर रखा गया है।


















