धार की ऐतिहासिक भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम द्वार सर्वे जारी है। भोजशाला और उसके परिसर में चल रहे सर्वे को 22 दिन पूरे हो चुके है इस बीच सर्वे दल ने कई ऐसे साक्ष्य जुटाए हैं, जो निर्णायक साबित होंगे। शुक्रवार को सर्वे के 22वें दिन भी अधिकारियों और मजदूरों के साथ टीम भोजशाला पहुंची और सर्वे की शुरुआत की। करीब 6 घंटों तक टीम ने भोजशाला और परिसर में सर्वे किया।
इंदौर हाईकोर्ट आदेश के तहत 6 सप्ताह के भीतर एएसआई को सर्वे कर कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। इससे पहले गुरुवार को ईद होने के बावजूद एएसआई के 18 अधिकारी और 28 श्रमिकों ने भोजशाला में सर्वे किया था, इसी के साथ-साथ हिंदू और मुस्लिम पक्षकार भी भोजशाला सर्वे में भाग लेने पहुंचे थे। शुक्रवार होने से टीम दोपहर से पहले वापस लौट गई। इस रोज़ सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला और उसके परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
आधुनिक उपकरणों से होगा सर्वे:
भोजशाला में एएसआई के सर्वे को 22 दिन बीत चुके है, इस दौरान टीम ने मैपिंग, मेजरमेंट के साथ खुदाई और कार्बन डेटिंग की प्रोसेस से सर्वे किया है। अब एएसआई की टीम आधुनिक उपकरणों से सर्वे को आगे बढ़ाएगी। सर्वे दल ने बीते दिनों जो साक्ष्य जुटाए हैं, उन्हें जल्द ही परीक्षण के लिए उच्चस्तरीय लैब में भेजा जाएगा इससे भोजशाला के कालखंड की जानकारी सामने आने में मदद मिलेगी, इधर भोजशाला परिसर स्थित अकल कुई यानी कूप का लगातार तीसरे दिन सर्वे जारी है। सर्वे टीम इन दिनों इसी कुई पर फोकस कर रही है।
नमाज़ से पहले लौटी टीम:
शुक्रवार को टीम ने भोजशाला और उसके परिसर में करीब 6 घंटों तक सर्वे किया है। सुबह टीम के सदस्य मजदूरों के साथ 6 बजे भोजशाला पहुंचे और नमाज़ से पहले करीब 12 बजें बाहर आ गए। सर्वे टीम के जाने के बाद नमाज़ समाज के लोगो का नमाज के लिए आना शुरु हो गया था।
हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने मीडिया से चर्चा में बताया कि भोजशाला के गर्भगृह के साथ पिछले और अन्य हिस्सों में टीम सर्वे कर रही है। आगामी दिनों में आधुनिक मशीनों से भी सर्वे होगा जिसमें कुछ नए सदस्य भी शामिल होंगे। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम को 29 अप्रैल को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करना है। आवश्यकता के अनुसार टीम समय भी बढ़ाने की मांग कर सकती है।