बदनावर-उज्जैन टोल पर मारपीट का वीडियो वायरल, कर्मचारियों की बर्बरता से मचा बवाल


बदनावर-उज्जैन हाईवे पर नए टोल नाके पर वाहन चालक और महिलाओं के साथ कर्मचारियों ने की मारपीट। वीडियो वायरल होने के बाद टोल प्रबंधन पर उठे सवाल। पढ़ें पूरी खबर।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

बदनावर से उज्जैन की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने नए टोल नाके को शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन इससे जुड़े विवादों की शुरुआत भी उसी तेजी से हो चुकी है। हाल ही में इस टोल प्लाजा पर एक वाहन चालक और उसके परिवार के साथ टोलकर्मियों द्वारा की गई बर्बर मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कर्मचारियों की ओर से महिलाओं तक के साथ अभद्रता और मारपीट करते साफ देखा जा सकता है। इस घटना ने क्षेत्र में जनाक्रोश भड़का दिया है।

 

क्या है मामला?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह विवाद उस वक्त हुआ जब एक वाहन चालक अपने परिवार के साथ इस टोल नाके से गुजर रहा था। टोल शुल्क को लेकर हुई कहासुनी ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टोलकर्मियों ने पहले गाली-गलौच की और फिर वाहन चालक व उसकी महिला परिजनों के साथ मारपीट शुरू कर दी। वहां मौजूद किसी शख्स ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

 

टोल संचालन पर सवाल

वीडियो के सामने आने के बाद स्थानीय लोग और सोशल मीडिया यूजर्स टोल प्रबंधन और कर्मचारियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यहां अधिक टोल वसूली की जा रही है, सुविधाएं नाममात्र की हैं और टोलकर्मी बेहद अभद्र व्यवहार करते हैं। नियमों के मुताबिक टोल नाके से 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों के वाहनों को छूट मिलनी चाहिए, लेकिन यहां इन नियमों का पालन नहीं हो रहा।

 

पहले भी हो चुके हैं विवाद

यह कोई पहली घटना नहीं है। बदनावर टोल सहित धार जिले में मौजूद अन्य टोल नाकों पर भी पहले ग्रामीणों से कहासुनी और विवाद के मामले सामने आ चुके हैं। इंदौर-अहमदाबाद और इंदौर-मुंबई हाइवे पर बने टोल प्लाजा पर भी नियमों को ताक पर रखकर टोल वसूली की जा रही है। वहीं, ठेकेदारों पर टोल नाकों को 60 किलोमीटर की न्यूनतम दूरी पर स्थापित करने के नियम की अवहेलना करने के आरोप भी लग रहे हैं।

 

प्रशासन की चुप्पी, पुलिस में नहीं हुई शिकायत

अभी तक इस मारपीट की घटना को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

 

 



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