
मध्यप्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि सामने आई है। पीथमपुर के पास विकसित हो रहे सेक्टर-7 में देश की प्रमुख फार्मा कंपनी सन फार्मा एक हजार करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करने जा रही है। कंपनी यहां इंजेक्शन और फार्मा केमिकल्स का आधुनिक प्लांट स्थापित करेगी। इससे न केवल क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, बल्कि सैकड़ों युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
क्यों खास है सेक्टर-7?
पीथमपुर-बेटमा के समीप विकसित हो रहा सेक्टर-7 औद्योगिक क्षेत्र लगभग 2232 हेक्टेयर में फैला हुआ है। इसका सीधा संपर्क इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे से होने के कारण यह लॉजिस्टिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण बन गया है। एमपीआईडीसी द्वारा विकसित इस क्षेत्र में पहली बार उद्योगों के साथ-साथ रेजिडेंशियल टाउनशिप भी बनाई जाएगी। इसके अलावा यहां फायर ब्रिगेड ऑफिस, बैंक, साइकिल लेन, बस स्टॉप जैसी जरूरी सुविधाओं की भी व्यवस्था की जा रही है।
सन फार्मा की रणनीति और प्रभाव
सन फार्मा के प्रतिनिधि हाल ही में सेक्टर-7 पहुंचे और उन्होंने 80 से 100 एकड़ जमीन की मांग की है। इस भूमि पर एक अत्याधुनिक यूनिट स्थापित की जाएगी, जिसमें कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्लांट से 500 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। कंपनी पहले तमिलनाडु में निवेश की योजना बना रही थी, लेकिन देवास में पहले से मौजूद यूनिट के कारण उन्होंने सेक्टर-7 को प्राथमिकता दी है।
अब तक 4000 करोड़ से ज्यादा का निवेश तय
अब तक सेक्टर-7 में जेएसडब्ल्यू पेट्स, पिनेकल मोबिलिटी, कामाख्या इंडस्ट्रीज, एशियन पेट्स, टेपल पैकेजिंग और शक्ति पंप जैसी छह बड़ी कंपनियों को जमीन आवंटित की जा चुकी है। इन कंपनियों का कुल निवेश 4053 करोड़ रुपये है, जिससे 3800 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। इन उद्योगों में इलेक्ट्रॉनिक बस, पैकेजिंग मटेरियल, पंप्स और पेट प्रोडक्ट्स जैसे उत्पाद बनाए जाएंगे।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास जोरों पर
एमपीआईडीसी ने स्पष्ट किया है कि सेक्टर-7 की सड़कें, बिजली व्यवस्था और अन्य आधारभूत सुविधाएं जून 2025 तक पूरी कर दी जाएंगी। निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए एजेंसियों की बैठकें भी लगातार चल रही हैं।
माना जा रहा है कि सन फार्मा का निवेश न केवल धार जिले को फार्मा हब की दिशा में ले जाएगा, बल्कि इससे जुड़े सहायक उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती और युवाओं को स्वरोजगार व प्रशिक्षण के अवसर मिलेंगे।