कोरोना संकट काल में 137000 श्रमिकों के लिए जीवनदायिनी बनी मनरेना योजना


श्रमिकों को अप्रैल माह में 34 करोड़ 24 लाख रुपये की मजदूरी की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। कोरोना काल के इस संकट काल में यह राशि इन परिवार की आर्थिक स्थिति में निश्चित ही कारगार सिद्ध होगी।


आशीष यादव आशीष यादव
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धार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 मार्च को प्रारम्भ कैच द रैन अभियान अंतर्गत जल सरंक्षण, जल संवर्धन के लिए जिले में मनरेगा योजना के अंतर्गत 6780 प्रारंभ किए गए नवीन कार्य जिसमें गली प्लग, गेबियन, खेत तालाब, परकोलेशन तालाब, रेन रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, कंटूर ट्रेंच, स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच शामिल हैं व पूर्व से चालू 22 हजार कार्यों में प्रतिदिन 137000 श्रमिकों को मनरेगा योजना अंतर्गत प्रतिदिन रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।

इससे श्रमिकों को अप्रैल माह में 34 करोड़ 24 लाख रुपये की मजदूरी की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। कोरोना काल के इस संकट काल में यह राशि इन परिवार की आर्थिक स्थिति में निश्चित ही कारगार सिद्ध होगी।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आषीष वशिष्ठ ने बताया कि कार्यस्थल पर श्रमिकों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन कर काम किया जा रहा है। श्रमिकों को कार्यस्थल पर SHG के माध्यम से प्रति श्रमिक दो मास्क जीपी द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

इसके साथ ही सैनिटाइजर, हाथ धोने के लिए व पीने के लिए पानी की व्यवस्था GP द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 74 हजार 410 जॉब कार्डधारी परिवार हैं। इनमें एक लाख 70 हजार 504 जॉब कार्डधारी मजदूर हैं जिन्होंने अप्रैल में जिले में 19.02 लाख मानव दिन कार्य किए हैं।

उन्होंने बताया कि गाँव में निवासरत ऐसे परिवार जिन परिवारों के पास जॉब कार्ड उपलब्ध नहीं है, उन परिवारों के नवीन जॉब कार्ड GP द्वारा तत्काल बना कर रोजगार प्रदाय किया जा रहा है।

बाहरी जिले व अन्य राज्य से जिले में आये प्रवासी श्रमिकों को प्राथमिकता से रोजगार की मांग करने पर तत्काल गाँव में रोजगार दिया जा रहा है।

मनरेगा योजना अंतर्गत जिले में 215 शासकीय स्कूलों की बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। साथ ही आंगनवाड़ी, पंचायत भवन, खेल मैदान, गौशाला व बड़े तालाबों को बारिश से पूर्व पूर्ण करवाया जाएगा।

वित्तीय वर्ष 2021-22 में पर्याप्त मात्रा में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो, इस हेतु प्रत्येक GP में पर्याप्त संख्या में सामुदायिक, हितग्राहीमूलक कार्य प्रारम्भ करवाये गए हैं।



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