पीथमपुर ऑयल कंपनी में गैस रिसाव: 3 कर्मचारियों की मौत, प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप


धार जिले के पीथमपुर में सागर श्री ऑयल कंपनी में गैस रिसाव से तीन कर्मचारियों की मौत हो गई। हादसे के बाद कंपनी प्रबंधन पर सूचना छिपाने और सुरक्षा मानकों में लापरवाही के आरोप लगे हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

धार जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में रविवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। बगदून थाना क्षेत्र स्थित सागर श्री ऑयल कंपनी में गैस रिसाव की चपेट में आने से तीन कर्मचारियों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान सुनील (35), दीपक (30) और जगदीश के रूप में हुई है, जो सभी इंडोरामा पीथमपुर के निवासी थे। हादसा शाम लगभग 6 से 6.30 बजे के बीच हुआ, जब प्लांट में कर्मचारी काम कर रहे थे।

 

कैसे हुआ हादसा

कंपनी के मैनेजर लोकेश गुप्ता ने बताया कि काम के दौरान अचानक गैस का रिसाव शुरू हो गया। इस दौरान एक मजदूर बेहोश होकर गिर पड़ा। उसके दो साथी उसे बचाने के लिए पहुंचे, लेकिन दोनों भी गैस की चपेट में आ गए। हादसे के बाद सभी को तुरंत बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और वहां से इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया।

 

कंपनी की ओर से सूचना छिपाने के आरोप

हादसे के बाद कंपनी प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस के अनुसार, कंपनी प्रबंधन ने इस घटना की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी। बगदून थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी ने बताया कि उन्हें अपने स्तर पर जानकारी जुटानी पड़ी। यहां तक कि जब वे फैक्ट्री पहुंचे तो वहां कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था जो स्थिति स्पष्ट कर सके।

थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि “हमें अपुष्ट जानकारी मिली है कि सफाई कार्य के दौरान गैस का रिसाव हुआ था। घटना के बाद कर्मचारियों को एमवाय अस्पताल ले जाया गया। तीन की मौत की पुष्टि हुई है।”

 

लगातार हादसे और प्रशासन की चुप्पी

पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में इससे पहले भी कई बार औद्योगिक हादसे हो चुके हैं। लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर नहीं दिखते। स्थानीय लोगों और मजदूर संगठनों का कहना है कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा इंतजामों की भारी कमी है। यदि समय रहते गैस रिसाव को नियंत्रित करने और कर्मचारियों को अलर्ट करने की व्यवस्था होती तो शायद जानें बचाई जा सकती थीं।

 

पुलिस बल की तैनाती

घटना के बाद फैक्ट्री परिसर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि गैस किस कारण से और किस पाइपलाइन से रिसी। घटना की जांच के लिए प्रशासनिक और पुलिस टीम जुटी है।

 

सवाल उठ रहा है कि आखिर औद्योगिक क्षेत्र में बार-बार हादसों के बावजूद प्रशासन और कंपनी प्रबंधन सुरक्षा मानकों को लेकर ढिलाई क्यों बरत रहे हैं? मृत कर्मचारियों के परिजनों ने सरकार से मुआवजे और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 



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