
धार जिले के कुक्षी से कांग्रेस विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह ‘हनी’ बघेल एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक विवाद है। विधायक के छोटे भाई देवेंद्र सिंह बघेल की पत्नी काम्या सिंह बघेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए मामला थाने तक पहुँचा दिया है। इस प्रकरण ने राजनीतिक हलकों के साथ-साथ आम जनता का भी ध्यान खींचा है।
काम्या बघेल ने मीडिया के सामने आकर अपने पति देवेंद्र सिंह बघेल और परिवार के अन्य सदस्यों पर मारपीट, धमकी और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए। काम्या ने कहा कि उनकी शादी देवेंद्र से आठ साल पहले अंतर्जातीय रूप से कराई गई थी। उस समय उनके परिवार को देवेंद्र के बारे में गलत जानकारी दी गई थी — उन्हें एमबीए ग्रेजुएट और बिजनेसमैन बताया गया था, जबकि वास्तविकता में देवेंद्र शराब की लत और अय्याश प्रवृत्ति के शिकार थे।
काम्या ने आरोप लगाया कि विवाह के बाद से ही उन्हें शारीरिक और मानसिक यातना झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि उनके पति अक्सर शराब के नशे में हाथ उठाते थे और गुंडों के साथ मिलकर उन्हें डराते-धमकाते थे। इस दावे को मजबूत करने के लिए काम्या ने कुछ वीडियो भी प्रस्तुत किए, जिनमें देवेंद्र सिंह हाथ में डंडा लिए और बाउंसरों के साथ धमकी देते नजर आ रहे हैं।
वित्तीय सहायता भी रोकी गई: काम्या का आरोप
काम्या का आरोप है कि पूर्व में विधायक सुरेंद्र बघेल परिवार के खर्चों के लिए वार्षिक सहयोग प्रदान करते थे, लेकिन अब वह भी बंद कर दिया गया है। इस वजह से दो छोटी बेटियों की पढ़ाई और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधायक सुरेंद्र बघेल ने उन्हें एमएलए रेस्ट हाउस पर बुलाकर कई बार गाली-गलौज की और पैतृक संपत्ति से हिस्सा देने से इनकार कर दिया।
काम्या ने कहा कि जब उन्होंने कानूनी रास्ता अपनाने की बात की तो उन्हें आदिवासी एक्ट के तहत झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई। फोन करने पर भी परिवार के सदस्य कॉल रिसीव नहीं करते और बातचीत से बचते हैं।
विधायक सुरेंद्र बघेल ने पेश किया अपना पक्ष
विवाद बढ़ता देख सुरेंद्र सिंह बघेल ने भी मीडिया के सामने आकर अपनी सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि वे पिछले 12 वर्षों से इंदौर में रहते हैं और पारिवारिक मामलों से दूरी बनाए हुए हैं। उनके मुताबिक, देवेंद्र सिंह बघेल फिलहाल वेलनेस सेंटर में भर्ती हैं और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। विधायक ने कहा कि देवेंद्र सिंह ने स्वयं लिखा है कि वे अपनी मर्जी से वेलनेस सेंटर में भर्ती हुए हैं और किसी प्रकार का दबाव उन पर नहीं है।
सुरेंद्र सिंह बघेल ने काम्या पर आरोप लगाया कि वह पैतृक संपत्ति में अवैध तरीके से हिस्सा पाने के लिए परिवार पर दबाव बना रही हैं। विधायक के अनुसार, उनके पिता के जीवित रहते ही संपत्ति का बंटवारा हो चुका था और अब कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि काम्या सिंह द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार और दुर्भावनापूर्ण हैं।
राजनीति में हलचल, पुलिस कर रही जांच
क्योंकि मामला एक सत्ताधारी विधायक से जुड़ा है, इसलिए धार जिले की राजनीति में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले की निष्पक्ष जांच जारी है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो यह मामला आने वाले समय में और भी गंभीर मोड़ ले सकता है।