गेहूं व चना फसल पककर तैयार, ठंड की बिदाई, अब दिन में हो रही कड़ी धूप


तापमान में आया उछाल, गर्मी का हुआ एहसास, प्रदेश में सबसे ज्यादा धार रहा गर्म


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

फरवरी माह के तीसरे हफ्ते में जिले से ठंड की विदाई हो गई है। पिछले दो दिनों में सूरज ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। दो दिन में दिन का तापमान करीब 5 डिग्री बढ़कर 33 डिग्री पर पहुंच गया। जिसे बीते रविवार को प्रदेश के सबसे गर्म जिलों में धार था। वहीं रात का पारा भी 5 डिग्री बढ़ गया। इससे दिन में अब गर्मी का अहसास होने लगा है- पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और उत्तर भारत से आ रही हवाओं का दौर थमने के बाद जिले में गर्मी का असर दिखने लगा है।

पिछले कुछ दिनों से पारा तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था, जो सोमवार को को बढ़कर 32.7 डिग्री पर जा पहुंच गया। पिछले एक दो दिनों में तापमान अधिक हुआ है। रविवार का दिन फरवरी के सबसे गर्म रहा है 34.2 डिग्री पर पहुंच गया है। हालांकि शाम होते ही हल्की ठंड का दौर भी जारी है। यहीं स्थिति सुबह भी है, लेकिन दोपहर में तेज गर्मी का अहसास होने लगा है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार शनिवार से उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 20-21 फरवरी के बाद प्रदेश के कई हिस्सों में दिखाने को मिलेगा। हो सकता है तब गर्मी से थोड़ी राहत मिले, लेकिन अभी दो से तीन दिन तो मुश्किल है।

इस महीने कटाई भी होगी शुरू: फरवरी के अंत तक शुरू हो जाएगी गेंहू चना फसल की कटाई किसानों का कहना है कि जिन्होंने पहले चना व गेहूं की बोवनी की थी, उनकी फसल अब पककर तैयार हो गई है। फसल अब सूखने लगी है। अगर एक सप्ताह तक इसी तरह की गर्मी का दौर जारी रहता है तो फरवरी के अंत तक गेंहू ओर चना कटाई का कार्य शुरू हो जाएगा, वहीं मार्च तक गेहूं कटाई का कार्य भी पूरा हो जाएगा।वही बादमे लगाई हुई फसलों की कटाई लेट होगी। हालांकि मौसम मार के कारण उत्पादन पर कितना असर हुआ है, यह तो कटाई के बाद ही तय होगा। लेकिन उत्पादन पर असर पड़ना तय है।

सीजन का सबसे गर्म दिन रहा रविवार: रविवार फ़रवरी के साथ इस सीजन का पहला सबसे गर्म दिन रहा। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि शनिवार दिन का अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। तापमान में बढ़ोत्तरी होने की बजह से लोगों को दिन में ज्यादा गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस नहीं हुई। कुछ लोग दोपहर के समय सड़कों पर सिर्फ शर्ट या टी शर्ट में ही नजर आए।

रात के तापमान में उतार-चढ़ावः  रात के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला रहा है। रविवार को जहां दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई वहीं रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रविवार को रात का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम में तापमान के उतार-चढ़ाव का क्रम जारी है। रविवार को दिन के तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस का उछाल आया। वही रात में अब भी थोड़ी ठंड बरकरार है।

उत्पादन पर पड़ेगा असर: मौसम में लगातार परिवर्तन होने से फसलों पर कीटों का प्रकोप भी बढ़ गया था, वही इस बार गेहूं में उत्पादन क्षमता कमजोर हो गई है । इस वर्ष गेहूं, चना आदि की फसल का उत्पादन कम होने के आसार नजर आ रहे है। अभी मंडी में किसान भी कम मात्रा में उपज लेकर पहुंच रहे हैं। जिन किसानों ने अक्टूबर माह में रबी फसल की बोवनी कर दी थी, वे अब गेहूं-चने की कटाई कर रहे हैं। इसके बाद बोवनी करने वाले किसानों के खेतों में सिंचाई का दौरा चल रहा है। इन किसानों की फसलों की कटाई फरवरी तक शुरू होगी। क्षेत्र में गर्मी का अहसास होनें से फसलों जल्दी पककर तैयार हो जाएगी।

वायरल से लेकर खांसी अधिकः ग्रमीण क्षेत्रो में बार- बार बदलते मौसम के कारण मौसमी रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। फिर से बदलते मौसम के कारण सबसे अधिक मरीज सर्दी-खांसी और बुखार के आ रहे है। मरीजों में देखने को मिल रहा है कि खांसी लंबे समय तक चल रही है। इसके अलावा गले में थ्रोट इंफेक्शन के भी अधिक मरीज सामने आ रहे है। इससे पहले इन बिमारियों के बहुत कम मरीज आ रहे थे। लेकिन इस बार मौसम के लगातार बदलने से यह स्थितियां निर्मित हो रही है। अस्पताल में प्रतिदिन की ओपीडी में लगातार संख्या भी बढ़ रही है।



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