नए कानून से ख़त्म हो जाएगा बीड़ी उद्योग, कारीगर परेशान

बीड़ी बनाने वाली महिलाओं ने लामबंद होकर गाडरवारा एसडीएम से यह गुहार लगाई। एसडीएम कार्यालय पहुंचकर इन महिलाओं ने कोटपा कानून के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

नरसिंहपुर। हम बीड़ी बनाने वाली गरीब महिलाएं हैं। बीड़ी बनाकर अपने बच्चों की परवरिश कर रही हैं। परिवार का गुजर बसर करती हैं। घर की जिम्मेदारी हम पर है।

हम महिलाएं घर छोड़कर मजदूरी के लिए बाहर नहीं जा सकतीं। हम वर्षों से बीड़ी बनाने का कार्य करते आ रहे हैं। घर में ही यह कार्य करते हैं जिससे परिवार की रोजी रोटी चलती है। बीड़ी उद्योग पर कोटपा का कानून लगाकर सरकार हमारी रोजी रोटी नहीं छीने।

बीड़ी बनाने वाली महिलाओं ने लामबंद होकर गाडरवारा एसडीएम से यह गुहार लगाई। एसडीएम कार्यालय पहुंचकर इन महिलाओं ने कोटपा कानून के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

महिलाओं के साथ बीड़ी व्यवसाय से जुड़े आम लोग भी थे जो बीड़ी बिक्री या बीड़ी उद्योग से जुड़े हुए हैं। इन सभी ने प्रधानमंत्री के साथ साथ स्वास्थ्य मंत्री, श्रम मंत्रालय और मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में इन बीड़ी मजदूरों ने कहा कि हम बीड़ी बनाना ही उनकी मजदूरी और मजबूरी है।

उसी से परिवार का गुजर बसर हो रहा है। अगर बीड़ी उद्योग पर कोई कोटपा कानून सरकार लागू कर रही है तो बीड़ी निर्माण एवं बिक्री में मुश्किलें बढ़ेगी। कानून लागू होने से बीड़ी उद्योग पूरी तरह समाप्त हो जाएगा और हम गरीब महिलाओं पर विपरीत असर पड़ेगा।

 

First Published on: March 11, 2021 10:56 AM