उपचुनाव दमोहः जयंत मलैया के जन्मदिन के बहाने सर्मथकों ने दिखाई ताकत


दमोह से कांग्रेस के विधायक राहुल सिंह अब बीजेपी में आ चुके हैं ऐसे में वरिष्ठ नेता जयंत मलैया के सर्मथकों को आशंका है कि पार्टी राहुल सिंह को ही अपना प्रत्याशी बनाएगी। मलैया का जन्म दिन इस अंदाज़ में मनाकर उनके सर्मथकों ने एक तरह से पार्टी और राहुल सिंह को सीधा संदेश दिया है।


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मंगलवार को दमोह में जयंत मलैया का जन्मदिन कार्यक्रम


भोपाल-दमोह। नए राजनीतिक समीकरणों से प्रदेश की राजनीति  कुछ और बदलाव के लिए तैयार हो रही है। इन बदलावों की जमीन भी अब तैयार होने लगी है। दमोह से नौ बार विधायक रहे और पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया साल 2018 में हुए चुनावों में कांग्रेस राहुल सिंह लोधी नाम के एक युवा से हार गए थे। इसके बाद राहुल सिंह ने उपचुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का झंडा उठा लिया।

राहुल सिंह ने दमोह में चले आ रहे जयंत मलैया के एकछत्र राज को खत्म कर दिया था। अब जब वे बीजेपी में आ चुके हैं तो संभव है कि इस बार हुए उपचुनावों की तरह उन्हें भी जयंत मलैया की जगह चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाए। मलैया और उनके सर्मथक फिलहाल इसी आशंका में घिरे नजर आ रहे हैं। ऐसे में जयंत मलैया के जन्मदिन के मौके पर उनके सर्मथकों ने आयोजन के बहाने एक शक्ति प्रदर्शन किया और मलैया की लोकप्रियता को लेकर पार्टी तक अपना एक संदेश पहुंचाया है।

 

इस कार्यक्रम पर सभी की नजर थी। ज़ाहिर है इनमें राहुल सिंह लोधी भी होंगे जिन्हें अप्रत्यक्ष रूप से यह संदेश दिया जा रहा था कि दमोह बीजेपी में वे मलैया के विकल्प नहीं बन सकते। जन्मदिन के इस  कार्यक्रम में जयंत मलैया की पत्नी डॉ. सुधा मलैया भी लगातार बनी रहीं। यही नहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय टंडन और नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष राजू चौहान भी यहां अपनी शुभकामनाएं देने पहुंचे।

दमोह में मंगलवार को आयोजित हुआ जयंत मलैया का जन्मदिन कार्यक्रम

कांग्रेस छोड़कर आए अन्य विधायकों की तरह ही दमोह में भी माना जा रहा कि यहां होने वाला उपचुनाव भाजपा की ओर से राहुल सिंह ही लड़ेंगे। ऐसे में मलैया के सर्मथक बहुत खुश नहीं है। सालगिरह का  यह आयोजन मलैया और उनके सर्मथकों की ओर से पार्टी को एक इशारा भी माना जा रहा है।

इससे पहले सर्मथक मुख्यमंत्री के सामने भी यह मांग रख चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  जयंत मलैया के पिता के निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करने यहां पहुंचे थे। जहां सर्मथकों ने मलैया के सर्मथन में नारेबाज़ी  की थी।

कार्यक्रम की ख़ास बात ये रही कि यहां समाज के हर वर्ग के लोग मौजूद रहे। इनमें सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी, व्यापारी आदि मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनावों में जयंत मलैया कांग्रेस के राहुल सिंह से 795 वोटों से चुनाव हार गए थे।  मलैया अपने बेटे सिद्धार्थ को भी सक्रिय राजनीति में ला चुके हैं और संभव है कि वे सिद्धार्थ के लिए ही पार्टी से टिकिट की मांग रखें।



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