BJP शासित MP में आदिवासी समुदाय की पद्मश्री जोधइया बाई बैगा के परिजनों से दबंगों ने की मारपीट

प्रधानमंत्री से फरियाद करने के बाद पदमश्री जोधइया बाई बैगा को आवास की स्वीकृति प्राप्त हुई, लेकिन कुछ दबंग उन्हें इसका निर्माण करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

jodhaiya bai baiga

उमरिया। भाजपा शासित मध्यप्रदेश में आदिवासियों के साथ अत्याचार के मामले में कोई कमी नहीं आ रही है। दुनियाभर में मध्यप्रदेश का नाम रौशन करने वाली पद्मश्री जोधइया बाई बैगा भी यहां सुरक्षित नहीं हैं।

बीते दिनों कुछ दबगों ने न केवल पद्मश्री जोधइया बाई बैगा के साथ बदसलूकी की बल्कि उनके परिजनों के साथ भी मारपीट की। इसका कारण बस इतना है कि वे लोग अपने लिए आवास का निर्माण करवा रहे हैं।

पदमश्री जोधइया बाई बैगा के पास अपना आवास नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फरियाद करने के बाद पदमश्री जोधइया बाई बैगा को शासन से आवास की स्वीकृति प्राप्त हुई, लेकिन कुछ दबंग उन्हें निर्माण करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस जमीन पर जोधइया बैगा का आवास बन रहा है, उसे अपना बताते हुए कुछ लोगों ने जोधइया बाई बैगा के साथ गाली-गलौज की और उनके परिजनों के साथ मारपीट भी की।

जोधइया बाई बैगा का निर्माणाधीन मकान

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया –

बीते 26 जून को जोधइया बाई बैगा ने जिला कलेक्टर केडी त्रिपाठी और एसपी प्रमोद सिन्हा से शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर कोतवाली पुलिस स्टेशन में आरोपी जितेंद्र सोलंकी, मृगेंद्र सोलंकी, कबाड़ी यादव और पुनउ यादव के विरुद्ध आईपीसी की धारा 323, 294 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन अब बेल पर बाहर हैं। – नागेंद्र सिंह, उमरिया एसडीओपी

जोधइया बैगा ने जान को बताया खतरा, मांगी सुरक्षा –

जोधइया बाई बैगा ने अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई है और राज्य सरकार से अपने व परिजनों के लिए सुरक्षा की मांग भी की है।

पद्मश्री जोधइया बाई बैगा कहती हैं कि

वह जमीन सरकार की है और प्रशासन द्वारा मुझे प्रदान की गई थी, लेकिन आरोपी दावा कर रहे हैं कि यह उनकी है। मेरे पोते को उन्होंने पीटा था। उन्होंने मुझे भी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।

बता दें कि राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री सम्मान लेते वक्त जोधइया बाई बैगा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आवासहीन होने की व्यथा सुनाई थी, जिसके बाद प्रशासनिक मदद से उन्हें लोरहा स्थित शासकीय भूमि में आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई।

हालांकि, इस जमीन पर स्थानीय दबंगों की कुदृष्टि है और वे नहीं चाहते कि यहां जोधइया बाई का मकान बने इसलिए वह उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं।

First Published on: July 5, 2023 2:25 PM