दुनिया के मंचों पर भारत की आर्थिक प्रगति का ढिंढोरा पीटते रहने वाली हुकूमत के लिए इससे ज़्यादा शर्मिंदा करने वाली और कोई बात नहीं हो सकती कि ग़रीब नागरिकों की पेट की…
हमारे संविधान निर्माताओं ने जो संविधान रचा, उसके पीछे अनेक परिस्थितियां थीं। ध्यान से देखें तो उस दौर के हालात और उनसे जुड़ी प्रतिक्रियाओं को भी हम संविधान में देख सकते हैं। भारतीय…
संविधान दिवस पर विशेष: महात्मा गांधी के सपनों के गांव गणराज्य को पुनर्स्थापित करने और पेसा कानून के प्रावधानों के क्रियान्वयन में चुनौतियां। जानिए ग्राम पंचायत स्वायत्तता की स्थिति।
जनजातीय गौरव दिवस के बहाने सत्ता बिरसा मुंडा का नाम लेती है, लेकिन विकास के नाम पर लाखों आदिवासियों को उनके जल-जंगल-जमीन से बेदखल कर रही है। वन संरक्षण नियम 2022 के तहत…
मध्यप्रदेश के रातापानी अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना से कई गांवों के विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है। इस प्रक्रिया में आदिवासी और वनवासी समुदायों के अधिकारों पर संकट खड़ा हो…
जो लोग सत्ता में हैं उन्होंने अपने नये ‘उद्योग-मित्र’ और ‘भारत रत्न ’ चुन लिये हैं। पर भारत में जब-जब भी औद्योगिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक नैतिकता का ज़िक्र होगा आम आदमी के उद्योगपति…