1989 में बर्लिन की दीवार गिरी, लेकिन भारत में नफ़रत की अदृश्य दीवारें और मज़बूत होती जा रही हैं। यूपी में होली के दिन जो हुआ, मस्जिदों को तिरपाल से ढकने और नमाज़…
माना जा सकता है भाजपा और कांग्रेस के बीच कम से कम एक मुद्दे पर तो मौन सहमति बनी होगी कि केजरीवाल की तरह की राजनीति के लिये दिल्ली विधानसभा का चुनाव हर…
डॉ सिंह भाग्य के धनी थे। जन्म भी सही स्थान और सही समय पर हुआ होगा क्योंकि जिस भी क्षेत्र में प्रवेश किया नाम ही कमाया। उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई की और…
INDIA ब्लॉक के सहयोगियों की सत्ता-समृद्धि के लिए राहुल न तो अदाणी को छोड़ सकते हैं और न ईवीएम और संविधान को।
डर अब समाज का स्थायी भाव बन चुका है। सत्ता, अपराध, और धार्मिक संगठनों के संगठित आतंक ने नागरिकों के भीतर ऐसा भय पैदा कर दिया है, जहां वे न केवल अपनी असहायता…
मौजूदा विकास की विडंबना है कि इसमें भीषण भुखमरी और असीमित सम्पन्नता एक साथ फलती-फूलती हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांचवें पायदान पर खड़े हमारे देश में करीब अस्सी फीसदी आबादी सरकारी दया की…



















