हमारे संविधान निर्माताओं ने जो संविधान रचा, उसके पीछे अनेक परिस्थितियां थीं। ध्यान से देखें तो उस दौर के हालात और उनसे जुड़ी प्रतिक्रियाओं को भी हम संविधान में देख सकते हैं। भारतीय…
संविधान दिवस पर विशेष: महात्मा गांधी के सपनों के गांव गणराज्य को पुनर्स्थापित करने और पेसा कानून के प्रावधानों के क्रियान्वयन में चुनौतियां। जानिए ग्राम पंचायत स्वायत्तता की स्थिति।
जनजातीय गौरव दिवस के बहाने सत्ता बिरसा मुंडा का नाम लेती है, लेकिन विकास के नाम पर लाखों आदिवासियों को उनके जल-जंगल-जमीन से बेदखल कर रही है। वन संरक्षण नियम 2022 के तहत…
मध्यप्रदेश के रातापानी अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना से कई गांवों के विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है। इस प्रक्रिया में आदिवासी और वनवासी समुदायों के अधिकारों पर संकट खड़ा हो…
जो लोग सत्ता में हैं उन्होंने अपने नये ‘उद्योग-मित्र’ और ‘भारत रत्न ’ चुन लिये हैं। पर भारत में जब-जब भी औद्योगिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक नैतिकता का ज़िक्र होगा आम आदमी के उद्योगपति…
आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) की जयंती है। तीन दिन पहले, 8 अक्टूबर को उनकी पुण्यतिथि थी। यह सोचने पर मजबूर करता है कि अगर आज जेपी हमारे बीच होते, तो क्या कर…
राहुल जब अपनी ‘डंकी’ में खोए हुए थे, ये नेता टिकटों के बँटवारे और मुख्यमंत्री का पद हथियाने के लिए कांग्रेस में डंकी रास्ते तलाश कर रहे थे। इनके पास राहुल की ‘डंकी’…
हरियाणा और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार ने पार्टी के बड़े और उम्रदराज नेताओं की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भूपिंदर सिंह हुड्डा और कमलनाथ जैसे नेताओं ने पार्टी में…
मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षक नियमितिकरण और अन्य मांगों को लेकर भोपाल में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस से टकराव और बेहोशी की घटनाओं के बीच उन्होंने सीएम हाउस की ओर मार्च…
महात्मा गांधी के विचार और उनकी ज़रूरत आज की विभाजनकारी राजनीति के लिए एक नक़ाब बन गए हैं। ग्वालियर में नाथूराम गोडसे की प्रतिमा का बिना किसी विरोध के स्थापित होना और अलीगढ़…
इंदौर में एक लड़की के पहनावे पर मचे बवाल ने समाज की सोच और नैतिकता की सीमाओं पर बहस छेड़ दी है। क्या कपड़ों से किसी की संस्कृति और नैतिकता का मूल्यांकन करना…
मक़बूल फ़िदा हुसैन के साथ बिताए वर्षों की यादों में उनकी कला और सोच की झलक मिलती है। उन्होंने धर्म, कला और इंसानियत पर गहरी समझ से बात की, कभी डर से समझौता…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा और उनकी विदेश यात्राओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस लेख में मोदी के ट्रेन से यात्रा करने, यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों से गुजरने, और राष्ट्रपति…
कृषि अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ मानते हैं कि खेती को बरकरार रखने, विकसित करने और सबका पेट भरने की अधिकांश जिम्मेदारी छोटे और सीमांत किसान ही निभाते हैं। जहां 70% ग्रामीण परिवार अभी भी…
ममता अगर पुख़्ता तौर पर मानतीं हैं कि उनके राज्य को बांग्लादेश बनाया जा रहा है, तो उन्हें सारे काम छोड़कर भारत में शरणागत शेख हसीना से मिलने जाना चाहिए। हसीना से उन्हें…
देश की आजादी के बाद आर्थिक-सामाजिक समानता का सपना देखा गया था, लेकिन आज गैर-बराबरी इतनी बढ़ गई है कि विकास का लाभ केवल कुछ ही लोगों तक सीमित रह गया है।
भूस्खलन के प्राकृतिक कारण जैसे अतिवृष्टि, भूकंप, बाढ़ आदि तो हैं ही, परंतु पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में आबादी बढ़ने के साथ ही भूस्खलन को सतत विकास के दृष्टि से भी समझना आवश्यक…
रामनिवास रावत और नगर सिंह चौहान के बीच वन मंत्रालय का प्रभार बदलने की इस राजनीति में भाजपा का उद्देश्य स्पष्ट है। आदिवासी बहुल इलाकों में चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए यह…
आम आदमी पार्टी ने संकेत दे दिये हैं कि वह हरियाणा और दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ सीटों का समझौता नहीं भी कर सकती है !
प्रियंका पहली बार कोई चुनाव लड़ने वाली हैं। पिछले चुनाव (2019) में उनसे वाराणसी में मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने का आग्रह किया गया था पर तब उन्होंने यह कहते हुए इंकार कर…