दमोह उपुचनावः गली मोहल्लों में भी प्रचार कर रहे सीएम, राहुल सिंह को जिताना बन गया नाक का सवाल


खबरों की मानें तो राहुल सिंह लोधी की टिकिट का ऐलान होने के साथ अब तक परिस्थितियां उनके अनुकूल नहीं नज़र आ रही हैं और इसका अंदाज़ा पार्टी को अच्छे से है।



दमोह। उपचुनाव में प्रचार आख़िरी दौर में है और अब भाजपा के हैवीवेट्स यानी दिग्गजों ने मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर दमोह पहुंचे। यहां उन्होंने हर बहुत से छोटे-छोटे कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

इनमें अलग-अलग समाजों और वार्डों के कार्यक्रम शामिल थे जहां शिवराज ने अपने प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी को जिताने की अपील की। विधानसभा के इन उपचुनावों में यह पहली बार होगा जब मुख्यमंत्री इस तरह सघन प्रचार कर रहे हैं।

चुनाव प्रचार में जमकर भीड़ हो रही है। भोपाल में सुबह बेवजह घर से न निकलने की अपील करने वाले सीएम शिवराज दमोह में भाजपा कार्यकर्ताओं से घर से निकलकर पार्टी के लिये काम करने की अपील कर रहे हैं।

दमोह चुनाव जीतने के लिए पार्टी जमकर काम कर रही है और इस पर उनकी बाकी प्रदेश में जमकर आलोचना भी हो रही है लेकिन भाजपा और खुद मुख्यमंत्री इससे बेपरवाह नज़र आते हैं।

सोमवार दोपहर करीब बारह बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बांदकपुर रहुंचे यहां उन्होंने पूजा-पाठ के बाद सभा को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ पार्टी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल भी मौजूद रहे।

यहां से वे दमोह पहुंचे और रास्ते में एक चाय की दुकान पर रुके और वहां चाय पी। जिस दुकान पर मुख्यमंत्री ने चाय पी, वह उसी व्यक्ति रामचरण रैकवार की है जिससे  पिछले दिनों स्ट्रीट वेंडर के सम्मेलन में ऑनलाइन वर्चुअल मीटिंग के दौरान सीएम ने बात की थी और उनकी दुकान में चाय पीने का वादा किया था। यहां से निकलकर मुख्यमंत्री फिर अपने प्रचार में जुट गए।

कांग्रेस से टूटकर आए राहुल सिंह लोधी को जिताना प्रदेश भाजपा का फिलहाल सबसे बड़ा लक्ष्य है। उनके लिए प्रदेश सरकार के करीब छह  से अधिक मंत्री, दर्जनों विधायक, सांसद और कई दूसरे नेता लगे हुए हैं। खबरों की मानें तो राहुल सिंह लोधी की टिकिट का ऐलान होने के साथ अब तक परिस्थितियां उनके अनुकूल नहीं नज़र आ रही हैं और इसका अंदाज़ा पार्टी को अच्छे से है।

यही वजह है कि पिछले करीब दो हफ्तों से दमोह में ही हैं और सीएम शिवराज सिंह चौहान हर दूसरे दिन यहां पहुंच कर प्रचार कर रहे हैं। इस बीच पूर्व मंत्री जयंत मलैया को हैलीकॉप्टर देकर चुनाव प्रचार में गांव-गांव पहुंचाया जा रहा है।

उपचुनाव जीतने के लिये एक ओर जहां भाजपा जहां एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है तो वहीं कांग्रेस भी पूरे दम-ख़म के साथ चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। कांग्रेस से भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह से लेकर बहुत से विधायक और पार्टी के नेता लगभग रोज़ाना ही दमोह पहुंच रहे हैं।

कांग्रेस को इस बार अपने प्रत्याशी अजय टंडन के जीत की काफी संभावनाएं नज़र आ रहीं हैं और उन्होंने भी इसके लिए सघन जनसंपर्क का तरीका अपनाया है। भले ही कांग्रेसी खेमे से ज्यादा ख़बरें न सुनाई दे रहीं हों लेकिन फिलहाल दमोह में कांग्रेस भी  मज़बूत स्थिति में  नज़र आ रही है।



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