भोपाल। मध्यप्रदेश महिला एवं बाल विकास विभाग ने कांग्रेस की सदस्यता लेने के छह घंटे बाद ही पर्वतारोही मेघा परमार को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया।
पर्वतारोही मेघा परमार ने दो दिन पहले छिंदवाड़ा में कांग्रेस के ‘नारी सम्मान योजना’ समारोह के मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस जॉइन किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार के दौरान ही मेघा परमार को महिला एवं बाल विकास विभाग मध्यप्रदेश ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने बुधवार देर रात ही उन्हें हटाने के आदेश जारी कर दिए थे। मेघा को कमलनाथ सरकार ने 13 अगस्त 2019 में यह जिम्मेदारी सौंपी थी।
पीसीसी प्रमुख कमलनाथ के सामने कांग्रेस में शामिल होने वाली पर्वतारोही मेघा परमार को राज्य सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसेडर पद से हटा दिया है। कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना की है और इसे महिलाओं का अपमान करने वाला बताया है।#congress #MPNews pic.twitter.com/Fxc7BaP6UI
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 10, 2023
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के ग्राम भोजनगर की मेघा परमार प्रदेश की पहली बेटी है जिसने रूस के पर्वत माउंट एल्ब्रस का आठ अगस्त 2019 को आरोहण किया था।
इसके बाद वह तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथसे मिली थीं और तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने उन्हें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था।
जारी किए गए आदेश के मुताबिक, मेघा के साथ सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत नियुक्त किए गए जेंडर चैम्पियंस को भी कार्य दायित्व से मुक्त कर दिया है।
















