
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत का जश्न बुधवार को एक भीषण हादसे में तब्दील हो गया, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब हजारों प्रशंसक बिना पास के भी जुलूस में शामिल होने की कोशिश में गेट नंबर 1 की ओर धक्का-मुक्की करते हुए बढ़े।
कैसे हुआ हादसा?
शाम करीब 4:45 बजे, जब RCB की ओपन बस परेड की शुरुआत की जा रही थी, उस वक्त चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ जमा थी। गेट नंबर 1 आंशिक रूप से खुला था, और जैसे ही कुछ लोगों ने प्रवेश करने की कोशिश की, भीड़ बेकाबू हो गई। कुछ लोग जमीन पर गिर पड़े और इसी भगदड़ में कुचल दिए गए। मृतकों में 14 वर्षीय देव्यम्षी भी शामिल है, जो अपनी मां और बहनों के साथ जुलूस देखने आई थी।
प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल
घटना के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, गृह मंत्री जी. परमेश्वर और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने अस्पतालों में जाकर घायलों का हालचाल लिया। विपक्षी नेताओं ने इस हादसे के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह हादसा प्रशासन की योजना और भीड़ नियंत्रण में विफलता का परिणाम है। सरकार को जिम्मेदारी लेते हुए पीड़ितों के परिवारों को तत्काल सहायता पहुंचानी चाहिए।”
क्यों हुआ इतना बड़ा जमावड़ा?
RCB ने मंगलवार को अहमदाबाद में खेले गए फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स को हराकर पहली बार IPL खिताब अपने नाम किया। बुधवार को टीम का स्वागत और विजय जुलूस बेंगलुरु में आयोजित किया गया था, जिसमें हजारों प्रशंसक शामिल हुए। हालांकि, आयोजकों द्वारा अंतिम समय तक परेड की पुष्टि न करने और पास अनिवार्यता जैसी स्थितियों ने भ्रम की स्थिति पैदा की।
सरकारी कदम और आगे की कार्रवाई
हादसे के बाद राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। घायलों को बाउरिंग अस्पताल और वैद्यही अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवज़ा और घायलों को मुफ्त इलाज देने की घोषणा की है।
अब ज़रूरी है पुनर्विचार
यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि बड़ी सार्वजनिक सभाओं के आयोजन में सुरक्षा प्रबंधन और पूर्व नियोजन कितना महत्वपूर्ण होता है। RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न कभी नहीं भुलाया जाएगा, लेकिन यह हादसा उस खुशी में हमेशा के लिए एक गहरा धब्बा छोड़ गया है।