सोनिया गांधी की आपत्ति के बाद सीबीएसई ने पेपर से विवादित सवाल हटाया

CBSE ने अपनी गलती मानी और इस सवाल को हटाने का फैसला लिया

sonia gandhi corona positive

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने CBSE की 10वीं के बोर्ड एग्जाम में आए विवादित सवाल का मामला लोकसभा में उठाया। उन्होंने इस पैसेज को महिला-विरोधी बताया। साथ ही उन्होंने यह सवाल वापस लेने और शिक्षा मंत्रालय से माफी मांगने की मांग की।

इस आपत्तिजनक पैसेज को लेकर विपक्षी सांसदों ने सदन में हंगामा भी खड़ा किया। इसके तुरंत बाद CBSE ने अपनी गलती मानी और इस सवाल को हटाने का फैसला लिया। साथ ही स्टूडेंट्स को इस पैसेज के पूरे मार्क्स देने की भी घोषणा हुई।

 

शिक्षा मंत्रालय से माफी मांगने की मांग

सोनिया गांधी ने कहा – ‘शिक्षा मंत्रालय को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। सीबीएसई के सिलेबस में महिलाओं को लेकर जो भी आपत्तिजनक कंटेट है, उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय महिलाओं का अपमान करने के लिए माफी मांगे’।

 

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी 10वीं बोर्ड के क्वेश्चन पेपर पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा – ‘अविश्वसनीय। क्या हम वास्तव में बच्चों को ऐसा निरर्थक ज्ञान दे रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं से संबंधी इन प्रतिगामी विचारों का समर्थन करती है, वरना ये सीबीएसई कोर्स में क्यों शामिल होंगे?’

इन वाक्यों पर जताई गई आपत्ति
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के इंग्लिश के क्वेश्चन पेपर के अंशों में ‘लैंगिक रूढ़िवादिता’ को कथित तौर पर बढ़ावा दिए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया। इसके चलते बोर्ड ने 12 दिसंबर यानी कल इस मामले को सब्जेक्ट एक्सपर्ट के पास भेजा। शनिवार को आयोजित 10वीं की एग्जाम के क्वेश्चन पेपर में ‘महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया’ और ‘अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है’ जैसे वाक्यों के उपयोग को लेकर आपत्ति जताई गई है।

स्टूडेंट्स के हक में सीबीएसई का फैसला
महिलाओं पर CBSE परीक्षा के प्रश्न पर विवाद के बाद, बोर्ड ने सभी छात्रों को विवादास्पद पैसेज के लिए फुल मार्क्स देने का फैसला किया है। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने इस निर्णय की जानकारी दी। CBSE की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 11 दिसंबर को हुए एग्जाम में पूछा गया सवाल हमारी गाइडलाइन के मुताबिक नहीं था। इस पर उठ रहे सवालों को कमेटी के पास भेजा गया। कमेटी ने इस सवाल को हटाने और इस पैसेज के लिए सभी छात्रों को पूरे नंबर देने का फैसला लिया है।

 

First Published on: December 13, 2021 11:27 PM