नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती के मद्देनजर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी राज्य सरकारों से कानून और व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार पर शांतिपूर्ण व्यवस्था कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी कारक को लेकर निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि रामनवमी समारोह के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार में झड़पों की हालिया घटनाओं के मद्देनजर यह सलाह दी गई है। इन दोनों राज्यों में हिंसा, आगजनी और पथराव की घटनाएं दर्ज की गई थी।
पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी के दौरान कई दिनों तक बड़े पैमाने पर हिंसा देखने वाले संवेदनशील इलाकों में हनुमान जयंती समारोह के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
आज हनुमान जयंती है जिसे हिंदू देवता की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इससे पहले 2022 में, दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान सांप्रदायिक दंगे हुए थे। बाद में दिल्ली पुलिस ने 5 अप्रैल, 2023 को जहांगीरपुरी में फ्लैग मार्च किया था।
यह अलर्ट क्यों –
• रामनवमी के जुलूसों को लेकर बंगाल के हुगली और हावड़ा से झड़पें और आगजनी की घटनाओं की सूचना मिली थी। हावड़ा में कई वाहनों में आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई।
• पश्चिम बंगाल के रिशरा में रविवार को और झड़पें हुईं, जब भाजपा विधायक बिमान घोष घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
• बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में भी साम्प्रदायिक हिंसा हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए।
एक अदालती आदेश –
• कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 5 अप्रैल, 2023 को पश्चिम बंगाल सरकार को हनुमान जयंती के दौरान शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की सहायता के लिए केंद्रीय बलों की मांग करने का निर्देश दिया।
• रोकथाम इलाज से बेहतर है, यह देखते हुए अदालत ने कहा कि हाल की घटनाओं के मद्देनजर आम जनता को आश्वस्त करने के लिए आदेश दिया जा रहा है कि वे सुरक्षित हैं और किसी भी गड़बड़ी से प्रभावित नहीं होंगे।
• यह आदेश पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर आया है।
कानून व्यवस्था संभालने के लिए पश्चिम बंगाल की CM ने केंद्र से मांगी मदद –
पश्चिम बंगाल में रामनवमी की शोभायात्राओं पर हुए हमले और उसके बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर चौतरफा आलोचना के बाद आखिरकार ममता बनर्जी की सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था बहाल रखने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है।
हनुमान जयंती पर तैनात होंगे केंद्रीय सुरक्षाबल –
• बुधवार को ही कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को सलाह दी थी कि अगर पुलिस को लगता है कि कानून व्यवस्था संभालना मुश्किल होगी तो केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए केंद्र से मदद मांगी जा सकती है। प्राकृतिक आपदाओं में बेहिचक ऐसा किया जाता है तो ऐसे हालात में क्यों नहीं किया जा सकता है?
• इसके बाद बुधवार शाम के समय राज्य सचिवालय की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में आवेदन पत्र भेजा गया। राज्य सरकार के आवेदन के मुताबिक तीन कंपनी केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों की तैनाती की सहमति मिली है।
केंद्र की सभी राज्यों को सलाह –
• इसी बीच, केंद्र ने बुधवार को सभी राज्यों से 6 अप्रैल 2023 को हनुमान जयंती के दौरान कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने और समाज में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी कारक की निगरानी करने को कहा है।
• परामर्श का उद्देश्य पिछले सप्ताह सांप्रदायिक हिंसा के बाद कानून प्रवर्तन एजेंसियों को संवेदनशील बनाना है।