प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में एक लंबी बहस के दौरान स्पष्ट किया कि भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को रुकने को नहीं कहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी और आतंकवादी गतिविधियों का भारत ने पूरी ताकत से जवाब दिया और इस बार जवाब “गोली का नहीं, तोप का” था।
यह बयान उस समय आया जब विपक्षी दलों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को लेकर सरकार से सवाल पूछे, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का जिक्र किया था।
प्रधानमंत्री ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “193 देशों के संयुक्त राष्ट्र में केवल तीन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। बाकी दुनिया या तो हमारे साथ खड़ी रही या तटस्थ रही। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस ने मुझे 9 मई की रात फोन किया था और बताया कि पाकिस्तान बड़ी साजिश रच रहा है। मैंने उन्हें साफ कहा — पाकिस्तान अगर गोली चलाएगा, तो भारत तोप से जवाब देगा।”
मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि जब सेना पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमले कर रही थी, तब कांग्रेस सवाल पूछ रही थी कि प्रधानमंत्री कहां हैं। उन्होंने कहा, “जब सेना का पराक्रम दिख रहा था, तब कांग्रेस को चिंता हो रही थी। जब देश शोक में था, तब ये लोग राजनीति कर रहे थे।”
मोदी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को शुरू करने से पहले सेना को पूरी छूट दी गई थी। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 7 मई को ही भारत ने अपने सैन्य लक्ष्य पूरे कर लिए थे और पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी गई थी कि अगर आगे कोई हरकत हुई तो जवाब और भी कड़ा होगा।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय सेना से फोन पर संपर्क कर कहा कि वे अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते — ‘कृपया हमले रोकिए’। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को अब यह समझ में आ गया है कि भारत कोई भी दुस्साहस बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री ने इस बहस के दौरान इतिहास के कुछ अध्याय भी उठाए और कहा कि जम्मू-कश्मीर का बड़ा हिस्सा पाकिस्तान को आज़ाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलतियों की वजह से गया। उन्होंने सिंधु जल संधि का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि यह संधि भारत के हितों के खिलाफ थी और अब देश उस भूल को ठीक कर रहा है।
मोदी ने कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। कांग्रेस सरकार ने किसानों को उनका हक देने की बजाय पाकिस्तान को पानी दिया, हमने उसे रोका।”
विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि मोदी सरकार ऑपरेशन सिंदूर को अधूरा छोड़कर राजनीतिक प्रचार में लग गई। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस आज भी वही राजनीति कर रही है जो उसने कारगिल युद्ध और सर्जिकल स्ट्राइक के समय की थी — सेना के पराक्रम पर सवाल उठाना।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में कहा कि आतंकियों को अब यह साफ संदेश मिल चुका है कि भारत उन्हें कहीं भी ढूंढकर सजा देगा। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हमला करने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया गया है, अब उनके आका रातों को सो नहीं पा रहे।”
















