
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 29 मई 2025 को बिहार की राजधानी पटना में 6 किलोमीटर लंबा भव्य रोड शो कर आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों का बिगुल बजा दिया। तेज धूप और गर्मी के बावजूद हजारों की संख्या में युवा और महिलाएं तिरंगे व पोस्टर हाथ में लेकर पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों पर उमड़ पड़ीं।
यह पांच महीनों में बिहार में पीएम मोदी की तीसरी यात्रा थी, जो यह दर्शाती है कि केंद्र सरकार इस बार बिहार में चुनावी समीकरणों को गंभीरता से साधने में जुटी है। इससे पहले प्रधानमंत्री जनवरी, फरवरी और मई की शुरुआत में राज्य का दौरा कर चुके हैं।
पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल और बिहटा सिविल एयरपोर्ट का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत पटना एयरपोर्ट के नए इंटीग्रेटेड टर्मिनल भवन और बिहटा सिविल एयरपोर्ट (पटना से 30 किमी दूर) के लोकार्पण के साथ की। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और बीजेपी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
PM का रोड शो: “भारत माता की जय” के नारों से गूंजीं सड़कें
रोड शो के दौरान पीएम मोदी का काफिला फूलों की वर्षा और भारत माता की जय के नारों के बीच धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा। हालांकि, पिछली बार (मई 2024) की तरह इस बार प्रधानमंत्री वाहन से बाहर नहीं आए, लेकिन उन्होंने वाहन के अंदर से ही लोगों का अभिवादन किया।
सड़क के दोनों ओर भीड़ “ऑपरेशन सिंदूर” और “PM मोदी” के पोस्टरों के साथ खड़ी थी, जिसने इस आयोजन को एक चुनावी अभियान जैसा रंग दे दिया।
बीजेपी कार्यालय में समीक्षा बैठक और आगे की रणनीति
रोड शो के बाद प्रधानमंत्री बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय (वीरचंद पटेल रोड) पहुंचे, जहां उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं से बैठक की। पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री आगामी 20 जून को एक बार फिर बिहार का दौरा करेंगे, हालांकि स्थान तय नहीं हुआ है।
30 मई को बिक्रमगंज में ऐतिहासिक रैली, 5 लाख से ज्यादा लोगों की उम्मीद
प्रधानमंत्री 30 मई को रोहतास जिले के बिक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे, जहां वे राज्य के लिए ₹50,000 करोड़ के विकास प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं। इस रैली में बक्सर और भोजपुर जिलों से भी भारी संख्या में लोगों के आने की संभावना है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने बताया कि “बिक्रमगंज की रैली ऐतिहासिक होने जा रही है, जिसमें 5 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।”
राजनीतिक संदेश साफ: मिशन बिहार की शुरूआत
प्रधानमंत्री का यह दौरा चुनावी दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बार-बार बिहार आकर वे स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि बीजेपी बिहार में सत्ता वापसी के लिए आक्रामक रणनीति अपनाएगी। अब 30 मई की रैली में होने वाली घोषणा पर सभी की नजरें टिकी हैं।