महाराष्ट्र संकट: शिंदे और दूसरे बागी अब गुवाहाटी में, कहा पार्टी नहीं छोड़ेंगे, बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे बढ़ाएंगे, मुंबई में आज सीएम उद्धव बुला रहे कैबिनेट की बैठक


मंगलवार को देर शाम शिवसेना के दो नेता सूरत में शिंदे से मिले थे और उन्हें मनाने की कोशिश की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकर के फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। ये बातचीत करीब 10 मिनट तक हुई थी।


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Maharashtra Political Crisis

भोपाल। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार को खतरे में डालने वाले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और 22 बागी विधायक अब सूरत से गुवहाटी पहुंच गए हैं। यहां रेडिसन ब्लू होटल में उनके लिए 50 कमरे बुक किए गए थे हालांकि कुछ विधायक अभी भी सूरत में ही रुके हुए हैं। वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कैबिनेट की बैठक बुलाने वाले हैं।

गुवहाटी से बागी मंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वो पार्टी को नहीं छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा है कि वे बाला साहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।

 

 

हवाईअड्डे से निकलते हुए जब शिंदे ये कह रहे थे उसी समय एक विधायक अब्दुल सत्तार ने मीडिया कर्मियों के पूछने पर मजाकिया लहजे में कहा कि वे बिरयानी खाने आए हैं।

एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पास निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है और कुल मिलाकर 46 विधायक उनके साथ हैं। जबकि राज्यपाल से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो आगे की रणनीति है, अभी नहीं कह सकते। वहीं आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कैबिनेट की बैठक करने वाले हैं।

बता दें कि मंगलवार को देर शाम शिवसेना के दो नेता सूरत में शिंदे से मिले थे और उन्हें मनाने की कोशिश की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकर के फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। ये बातचीत करीब 10 मिनट तक हुई थी। इस दौरान उद्धव की पत्नि रश्मि ठाकरे से भी शिंदे की बातचीत हुई थी।

इस बातचीत में शिंदे ने कहा कि वो पार्टी की भलाई के लिए ये कदम उठा रहे हैं। अब तक उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है और न ही किसी दस्तावेज़ पर दस्तखत किए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने शिंदे से विचार कर वापस आने के लिए कहा है। फिलहाल इस बातचीत से कोई हल नहीं निकला।



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