टोक्यो ओलिंपिक: मीराबाई चानू ने भारत को दिलाया पहला मेडल, देशभर से मिल रही बधाइयां

टोक्यो ओलिंपिक में भारत को पहला मेडल वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने महिलाओं की 49 किलोग्राम भारवर्ग में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक जीतकर दिलाया है।

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नई दिल्ली। टोक्यो ओलिंपिक में भारत को पहला मेडल वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने महिलाओं की 49 किलोग्राम भारवर्ग में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक जीतकर दिलाया है।

चीन की होउ जिहूई ने 210 किलोग्रम वजन उठाकर सोने का तमगा हासिल करने में कामयाब रहीं। वहीं इंडोनेशिया की कैंटिका विंडी ने कांसे पर अपना कब्जा जमाया।

इस तरह देश को वेटलिफ्टिंग में 21 साल बाद ओलिंपिक मेडल मिला है। उनके इस मेडल की बदौलत भारत अभी पांच देशों के साथ संयुक्त पांचवें स्थान पर है। चीन टॉप पर चल रहा है।

मीराबाई चानू की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है।

मीराबाई चानू को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है

‘मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन से भारत उत्साहित है। वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है’।

साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मीराबाई चानू को बधाई दी है।

इससे पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था। मीराबाई की सफलता इस मायने में खास हो जाती है कि वे 2016 रियो ओलिंपिक में अपने एक भी प्रयास में सही तरीके से वेट नहीं उठा पाई थीं। उनकी हर कोशिश को डिस-क्वालिफाई कर दिया गया था।

अप्रैल 2021 में हुए ताशकंद एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में मीराबाई चानू ने स्नैच में 86 किग्रा का भार उठाने के बाद क्लीन एंड जर्क में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करते हुए 119 किलोग्राम का भार उठाया था। वह कुल 205 किग्रा के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं।

इससे पहले क्लीन एंड जर्क में वर्ल्ड रिकॉर्ड 118 किग्रा का था। चानू का 49 किग्रा में इंडिविजुअल बेस्ट परफॉर्मेंस कुल 203 किग्रा (88 किग्रा और 115 किग्रा) का है, जो उन्होंने पिछले साल फरवरी में नेशनल चैंपियनशिप में बनाया था।

जीत के बाद मीराबाई ने कहा कि

मेरे लिए यह सपना सच होने जैसा है। मैं यह मेडल अपने देश और यहां के करोड़ों लोगों को डेडिकेट करती हूं। उन्होंने लगातार मेरे लिए प्रार्थना की। मैं अपने परिवार वालों को शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। मेरी मां ने मेरे इस सफर में काफी साथ दिया। उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मेरे लिए कई त्याग किए।

मीरा ने कहा कि सरकार की ओर से भी मुझे काफी मदद मिली। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI), इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) और वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने मेरा साथ दिया। मैं अपने कोच विजय शर्मा सर को भी थैंक यू कहना चाहती हूं। उन्होंने मुझसे लगातार मेहनत करवाई। जय हिंद।

First Published on: July 24, 2021 4:07 PM