पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से पहले देश में जारी विवाद रोकने की कोशिश! 15 जून तक स्थगित हुआ है पहलवानों का धरना

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से छह घंटे तक हुई बातचीत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले देश में हो रही उथल पुथल को शांत करने की कोशिशें जारी हैं। पिछले कुछ दिनों में ट्रेन हादसे और मणिपुर हिंसा के अलावा पहलवानों  के प्रदर्शन ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी हैं।

ऐसे में अब इस प्रदर्शन को शांत करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सरकार ने पहल की है। जिसके फिलहाल कुछ सकारात्मक नतीजे भी मिले हैं।

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों ने अपना आंदोलन 15 जून तक स्थगित करने का फैसला किया है। इस निर्णय से पहले पहलवानों ने एक बार फिर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बैठक की।

खेल मंत्री के साथ बैठक के बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि सरकार ने पुलिस की कार्रवाई 15 जून तक पूरी करने की बात कही है। प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे महिला, पुरुष खिलाडियों की सुरक्षा की भी बात कही है और 28 मई की रात को हम पर जितने भी मामले दर्ज़ हुए हैं, वह वापस लेने की भी बात कही है।

पहलवानों ने कहा है कि वैसे हमारा प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है। अगर हमारी सभी मांगों को 15 तारीख तक नहीं मानी जाती हैं तो हम फिर से अपना आंदोलन शुरु कर देंगे।

इस मामले पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि पहलवानों के साथ बहुत संवेदनशील मु्द्दों पर सकरात्मक बातचीत हुई है। लगभग 6 घंटे चली इस बैठक में पहलवानों ने कई मुद्दे उठाये।

इनमें ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले में कार्रवाई को लेकर आरोपों की जांच पूरी करके 15 जून तक चार्जशीट दायर की मांग अहम है। इसके अलावा रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक करवाए जाने, रेसलिंग फेडरेशन की आंतरिक शिकायत समिति बनाए जाने और इस समिति की अध्यक्षता किसी महिला को दिए जाने की बात शामिल हैं।

पहलवानों ने अपील की है कि 3 कार्यकाल पूरा कर चुके बृजभूषण सिंह और उनके सहयोगियों को दोबारा नहीं चुना जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं और कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों पर की गई कार्रवाई अमेरिका सहित दुनियाभर में सुर्खियां बनी थी।

ऐसे में अब पीएम मोदी को इस विषय पर अमेरिका में मुश्किल सवालों का सामना करना पड़ सकता है, जो उनकी वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। जानकारों के मुताबिक इसी आशंका में सरकार ने पहलवानों के आंदोलन को धीमा करने की कोशिश की है।
वहीं इन पहलवानों के सर्मथन में खाप पंचायतें भी आगे आ रहीं हैं। अब तक कई पंचायतें हो चुकी हैं और इनमें बड़े पैमाने पर सरकार के खिलाफ एक माहौल बना है।

इससे पहले कुश्ती खिलाड़ियों के पक्ष में हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव में हो रही सर्व समाज खाप महापंचायत में तकरीबन 40 खापों के प्रतिनिधियों का सुझाव सुनने के बाद 21 सदस्यीय कमेटी बनाई गई।

पहलवानों के धरने को लेकर 21 सदस्यीय कमेटी ने फैसला लिया कि सारे देश और पहलवानों की मांग बृजभूषण है कि तुरंत गिरफ्तारी हो। इसके साथ ही देश की सभी फेडरेशन राजनीति से मुक्त हों।

First Published on: June 8, 2023 10:43 AM