रोज़गार के लिए धरनाः 44 दिन पूरे हुए, भूख हड़ताल के बाद शिवराज सरकार की सद्बुद्धि के लिए की भागवत

8 मई से जारी है धरना, सीएम शिवराज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से भी मिल चुके

भोपाल में धरना दे रहे हैं शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी

भोपाल। नौकरी पाने के लिए भोपाल में धरना दे रहे चयनित शिक्षकों का धरना जारी है। कुछ दिनों पहले इन शिक्षकों ने सरकार को सद्बुद्धि के लिए भागवत कथा का आयोजन किया था। जिसका समापन बुधवार को हो गया।

इन शिक्षकों ने 8 मई से अपना विरोध प्रदर्शन शुरु किया है और इसके बाद से ये भूख हड़ताल करते हुए प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस दौरान इन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मिलकर अपनी परेशानी बताई है।

वहीं इससे पहले ये भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से भी मिल चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई सकारात्मक निर्णय नहीं आया है।

बुधवार को धरना स्थल पर भागवत कथा करने वाले व्यास गद्दी पर बैठे शिक्षक देवेंद शास्त्री ने बताया कि सभी ने प्रार्थना की है कि इस पूर्णाहुति यज्ञ के साथ ही उन सभी बेरोजगारों की रोजगार पाने की मनोकामना पूरी हो तथा सरकार एवं विभाग पद‌ वृद्धि तृतीय काउंसलिंग का रोस्टर जल्द जारी करे एवं चुनाव आचार संहिता से पहले नियोजन की प्रक्रिया पूरी करे।

पांच साल पहले हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा पास इन अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षक भर्ती में कई सारी विसंगतियां देखने को मिली है जिसमें नामों की पुनरावृत्ति, रोस्टर का सही पालन ना करना, आरक्षण नियमों का उल्लंघन और फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र लेकर नौकरी पाने जैसे मामले शामिल हैं।

ऐसे में सरकार को शिक्षक भर्ती को पूरी  गंभीरता बरतते हुए करना चाहिए। अभ्यर्थियों ने बताया कि मध्यप्रदेश के सभी जिलों से आए अभ्यर्थी यहां धरने में शामिल हुए हैं और रोजगार की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि समस्त विसंगतियों पर उचित कार्यवाही करते हुए अपात्र शिक्षकों को तुरंत बाहर किया जाए तथा अन्य पात्र चयनित शिक्षकों को मेरिट क्रम में नियुक्ति प्रदान की जाए।

महिला अभ्यर्थी अपने बच्चों को लेकर पहुंची हैं।

इनकी एक मांग यह भी है कि जिस तरह मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग में 87-13-13 का फार्मूला अपनाया गया है ठीक उसी प्रकार शिक्षक भर्ती में भी 13% अतिरिक्त पद देते हुए सूचियां प्रकाशित करें तथा पात्र चयनित शिक्षकों के साथ न्याय करें।

भोपाल में धरना दे रहे अभ्यर्थियों में मुख्य रुप से रक्षा जैन, रचना व्यास, सरिता गुप्ता, मंजू लता झारिया, संगीता सिंह, सीमा वर्मा, सत्येंद्र जैन, उदय चौहान, अर्जुन सिंह राजेंद्र भोरसे, संजीव शर्मा आदि शामिल रहे।

इन्होंने कहा कि अगर सरकार इनकी मांगों पर जल्द से जल्द काम शुरु नहीं करती है तो ये समाज को साथ लेकर रोजगार के लिए आंदोलन करेंगे।

First Published on: June 22, 2023 12:25 AM