कैसे भागे कोरोनाः संक्रमण जांच की पहले 156 टीमें थीं तो अब केवल 32 हैं


स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंदौर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रतिदिन छह हजार लोगों की सैम्पलिंग का लक्ष्य रखा गया है हालांकि अभी तक प्रतिदिन साढ़े तीन से चार हजार लोगों की ही सैम्पलिंग हो पा रही है।


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इन्दौर Updated On :
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इंदौर।  कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और अब इसकी दर करीब आठ प्रतिशत हो रही है। कुछ महीने पहले तक यह दर पांच से छह प्रतिशत तक थी।  इसके बावजूद शहर में संक्रमितों की जांच के लिए सैम्पलिंग टीमें नहीं बढ़ाई गई।

कुछ समय पहले तक शहर में 156 टीमों के माध्यम से लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और सैपलिंग की जा रही थी। अब स्थिति यह है कि चार दिन पहले तक शहर में महज 16 आरआरटी और 16 सैम्पलिंग टीमें ही जांच कर रही थी। पिछले दिनों कलेक्टर ने टीमों की संख्या बढ़ाने को निर्देश दिए थे। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार से 32 आरआरटी और 32 सैम्पलिंग टीम को जांच के लिए मैदान में उतारा जाएगा। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अब धीरे-धीरे सैम्पलिंग की संख्या बढ़ेगी।

 स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंदौर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रतिदिन छह हजार लोगों की सैम्पलिंग का लक्ष्य रखा गया है हालांकि अभी तक प्रतिदिन साढ़े तीन से चार हजार लोगों की ही सैम्पलिंग हो पा रही है। ऐसे में फिलहाल  जो टीमें बढ़ाई जा रही है उनमें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के 16 चिकित्सक और 16 लैब टेक्निशियन को शामिल कर टीमों का गठन किया गया है।

इससे पहले  सैम्पलिंग व आरआरटी टीम में संविदा वाले करीब 50-60 डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ को शामिल किया गया था। शहर में जब कोरोना संक्रमण कम हुआ तो उन्हें हटा दिया गया। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग पास वर्तमान में स्टाफ की कमी हो गई है।

स्वास्थ्य विभाग की एएनएम और नर्सिग स्टाफ अब टीकाकरण के कार्यों में भी लगा हुआ है। सभी सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है, ऐसे में काफी संख्या में स्टाफ के अब टीकाकरण में लगने के कारण भी सैम्पलिंग व आरआरटी टीम के लिए स्टाफ उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

फीवर क्लिनिक की संख्या बढ़ाने की तैयारी…  वर्तमान में शहर के 19 फीवर क्लिनिक पर संक्रमित मरीजों की जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। पिछले दिनों ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ फीवर क्लिनिक बंद भी कर दिए गए थे। ऐसे में अब शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में फीवर क्लिनिक की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच हो सके।

लोग भी आसानी से जांच करवाने के लिए नहीं होते तैयार… शनिवार से 32 आरआरटी और इतनी ही सैम्पलिंग टीमें जांच कार्य में जुटेगी। हमारी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा कोविड संक्रमितों की जांच की जाए। कई बार संक्रमितों के संपर्क में आए लोग भी आसानी से अपनी जांच करवाने के लिए तैयार नहीं होते हैं। इस वजह से भी सैम्पलिंग टीमें चाहकर भी जांच नहीं कर पाती है। हम संक्रमित आने वाले व्यक्ति के संपर्क में आए परिवार के सदस्यों के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच का प्रयास कर रहे हैं।

साभारः नईदुनिया



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