आयुष्मान की धीमी गति, हर दिन 25 हज़ार कार्ड बनने थे लेकिन पांच दिन में 5 हज़ार ही बने


अभियान शुरु होने के बाद बीते पांच दिनों में कार्ड बनाने की गति बेहद धीमी होने के बाद अब रात में भी कार्ड बनाने का काम शुरु किया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए गांव में आंगनवाड़ी एवं पंचायतों के माध्यम से सचूनाएं दी जा रहीं हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :
प्रतीकात्मक चित्र.


धार।  कोरोना महामारी काल के बाद से स्वास्थ्य बीमा के प्रति जागरूकता बढ़ गई है। ऐसे समय में आयुष्मान भारत योजना काफी महत्वपूर्ण हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद लोग इसके बारे में जागरुक नहीं हो रहे हैं।

स्थानीय प्रशासन इसके बारे में जागरुकता का काम कर रहा है और इसके लिए कार्ड भी लगातार बनाए जा रहे हैं लेकिन अपने कार्ड बनवाने के लिए काफी कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।

जिले में बड़ी संख्या में पात्र लोगों के कार्ड अभी भी बनाए जाना शेष है। धार जिले की जनसंख्या 21 लाख के करीब पहुचं गई है। इस जिले में 15 लाख के करीब लोगों को पात्र के दायरे में लाया गया है। यह कुल जनसंख्या का करीब 77 प्रतिशत है।

उल्लेखनीय है कि धार आदिवासी बाहुल्य कृषि व मजदुर प्रधान जिला है। आर्थिक रूप से कमजोर इस जिले में इस कार्ड का बहुत महत्व है। इसके बावजद जागरूकता की कमी के कारण आयुष्मान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए ‘आपके द्वार-आयुष्मान’ के तहत एक माह में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए विशेष प्रयास चल रहे हैं।

अभियान शुरू होने के बाद बीते पांच दिनों में कार्ड बनाने की गति बेहद धीमी होने के बाद अब रात में भी कार्ड बनाने का काम शुरू किया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए गांव में आंगनवाड़ी एवं पंचायतों के माध्यम से सचूनाएं दी जा रहीं हैं।

प्रतिदिन 25 हजार बने तो लक्ष्य होगा हांसिल…  आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिले में प्रारंभ किए गए विशेष अभियान ने बीते शुक्रवार से  गति पकड़ी है। एक मार्च से अभियान प्रारंभ हुआ था। पिछले 5 दिनों में महज 2100 कार्ड ही जारी हो पाए थे। ऐसे में अभियान को गति देने के लिए कहा गया है। इस बीच लापरवाही के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को डांंट भी पड़ी है। कई लोगों ने भुगतान को लेकर भ्रम होने की समस्या बताई। ऐसे में प्रशासन को स्थिति अब स्पष्ट करनी है।

अंदरूनी इलाकों में लक्ष्य अधिकः इस अभियान में जिले की हर पंचायत में ग्राम रोजगार सहायकों की भूमिका तय की गई है। यह लोग अपने जनपद क्षेत्र के लक्षित हितग्राही तक अभियान की जानकारी पहुचाने और कार्ड बनवाने में अहम भमिू का निभा रहे हैं।

जिले में आदिवासी ब्लॉक गंधवानी, कुक्षी, मनावर जैसे क्षेत्रों में सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। इसके अलावा धार, बदनावर, सरदारपुर जैसे कुछ क्षेत्रों मे लोग पहले ही कार्ड बनवा चुके हैं।

टीम बनाई गांवों में कर रहे निगरानीः  जिला पंचायत सीओ आशीष वशिष्ठ ने बताया कि सब डिवीजन बनाए हैं जिसमें अनुविभाग अधिकारी ,जनपद सीओ,अन्य कर्मचारियों को आयुष्मान कार्ड की व्यवस्था के लिए व कमियों को देख रहे हैं। वहीं कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित नही रहना चाहिए।

इस बारे में कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने कहा कि

अभियान को आंदोलन बनाएं , सब भूमिका निभाएं आयुष्मान आपके द्वार विशेष अभियान के तहत ग्राम रोजगार सहायक और कॉमन सर्विस सेंटर सहित अन्य विभागों के कर्मी भी शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए जुट गए हैं। शुरू के चार-पांच दिनों में व्यवस्थाओं में कुछ कमियां नजर आई थी। एडीएम और जिला पंचायत सीईओ ने इन कमियों को दूर किया है। अब कार्ड बनने की गति शुरू हो गई है। कर्मी रात में भी कार्ड बना रहे हैं। लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के प्रति जागरूक करने में सभी को सहभागिता करना चाहिए। इस विशेष अभियान को आंदोलन का रूप देने में आम लोग भी लोगों को जागरूक कर सकते हैं।



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