सेना की फायरिंग रेंज से लोगों के घरों में पहुंच रहे बम! महू में ब्लास्ट से पहले युवक के पास थे चार बम


विवाद के बाद अपने साथ चार बम लेकर आया था युवक लेकिन तीन रास्ते में ही गिर गए और एक उसने भीड़ पर फेंक दिया, सेना के अधिकारियों ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर 3 बम बरामद किए और उन्हें डिफ्यूज किया


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :

इंदौर। महू के बेरछा गांव में विवाद के बाद हुए बम ब्लास्ट में 2 लोगों की मौत हो गई। ब्लास्ट करने के आरोपी युवक की सोमवार की सुबह उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक विवाद के बाद आरोपी युवक अपने घर से चार बम लेकर आया था जिसमें से एक बम मौके पर फूट गया तथा तीन अन्य रास्ते में गिर गए थे। इन्हें सोमवार को सेना द्वारा डिफ्यूज कर दिया गया। इस घटना के बाद यह बात साफ हो गई है कि सेना की फायरिंग रेंज से उठाए गए इस जिंदा बम लोग अपने घरों में रख रहे हैं।

रविवार की रात को आपसी विवाद के चलते एक युवक ने भीड़ पर सेना से चुरा कर लाया गया बम फेंक दिया था। जिससे 15 से अधिक लोग घायल हुए चार की हालत गंभीर थी। इस घटना में एक मासूम बालक और आरोपित युवक की मौत हो गई। इसके बाद  बेरछा गांव में मातम छाया हुआ है।

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि विवाद का कारण गलियां देना था। मौके पर सुनील नामक व्यक्ति नशे की हालत में अक्सर सभी को गाली देता था। रविवार की शाम को गाली देने की बात को लेकर एक अन्य पक्ष से विवाद हो गया। यह जानकारी सुनील के भांजे विशाल को लगी तो वहां अपने घर में रखे चार बम को एक थैले में भरकर विवाद स्थल पर लेकर आया।

इस दौरान तीन बम रास्ते में ही मात्र 25 फीट की दूरी गिर गए थे जबकि एक बम युवक ने भीड़ के बीच में फेंक दिया जिससे घटना हुई इस घटना में सुनील के बेटे वैभव की रविवार की रात को उपचार के दौरान मौत हो गई जबकि बम लाने वाला आरोपी युवक विशाल की सोमवार की सुबह उपचार के दौरान मौत हुई।

एएसपी शशिकांत कनकने ने बताया कि घायल विशाल की मौत हो गई है। इस घटना में कुल 2 लोगों की मौत हुई है। चार की हालत गंभीर बताई जा रही है पुलिस पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है।

बम लाने वाले युवक के पास चार बम थे जो उसके घर में रखे हुए थे। यह बात अपने आप में ही परेशान करने वाली है। सेना की फायरिंग रेंज में मिलने वाले बम इस तरह लोगों के घरों में मिलना खतरनाक स्थिति को जन्म दे सकता है। ऐसे में सेना की जमीन पर बेरोकटोक आवाजाही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय पुलिस फिलहाल इस दिशा में भी जांच करने की बात कह रही है। वहीं सेना के लिए भी यह चिंताजनक स्थिति है।



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