कोरोना पर काबू पाने के लिए सावधानी के साथ सकारात्मकता ज़रूरी – कलेक्टर मनीष सिंह


कलेक्टर ने की जिले के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स के साथ बैठक, सांसद शंकर लालवानी और डीआईजी मनीष करपूरिया भी रहे मौजूद।


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इन्दौर Updated On :
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इंदौर। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काबू में नज़र आ रही है। हालांकि इस बीच स्थानीय प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। अब प्रशासन की कोशिश है कि कोरोना को लेकर सोशल मीडिया में सही जानकारियां और अच्छी खबरों को बढ़ावा दिया जाए ताकि लोगों में सकारात्मकता का भाव आए।

कलेक्टर मनीष सिंह ने  कोरोना के प्रत जनजागरुकता लाने के लिए एआईसीटीएसएल के सभाकक्ष में जिले के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने संक्रमण और इसके इलाज को लेकर बन रही स्थिति पर भी चर्चा की।

कलेक्टर ने कहा कि  80 प्रतिशत लोगों की मानसिकता वर्तमान समय में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभावित हो रही है ऐसे में जरूरी है कि हम सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग कर जन जागरण को प्राथमिकता दें। यह बैठक राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे की पहल पर आयोजित की गई थी।

कलेक्टर ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव का सबसे सक्षम उपाय लोगों के मध्य कोविड अनुकूल व्यवहार को विकसित करना है। व्यवहार परिवर्तन के लिए सिर्फ तीन चीजों का ध्यान रखना जरूरी है।

वह है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करना और समय-समय पर हाथों काे सैनिटाइजेशन करना। उन्होंने कहा कि केवल इन तीन नियमों का पालन कर हम कोरोना वायरस की तीसरी लहर से ना केवल खुद की बल्कि समाज की भी रक्षा कर पाएंगे।

इस बैठक में सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सकारात्मक वातावरण से ना केवल कोविड महामारी से लड़ रहे मरीजों का हौसला बढ़ेगा बल्कि अन्य नागरिकों में भी सहयोग की भावना उत्पन्न होगी।

वहीं डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि जिस तरह इंदौर शहर ने स्वच्छता का संकल्प लिया था, उसी तरह अब समय है कि हम सभी “मेरा शहर बने स्वस्थ शहर” इसका संकल्प लें। लोगों तक सही जानकारी पहुंचे और उनकी मानसिकता में परिवर्तन लाया जा सके, इसका हमें विशेष ध्यान देना है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना अनुकूल व्यवहार परिवर्तन इंदौर के नागरिकों में विकसित किया जा सकता है।

नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल भी बैठक में पहुंची। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन इस महामारी से बचने का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जागरूकता लाने के लिए हम रेडियो एवं सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म के द्वारा विभिन्न तरीकों से कोविड अनुकूल व्यवहार के बारे में प्रचार प्रसार कर सकते हैं।



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