महूः स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए चार टीमें पहुंची, सात मुद्दों पर ले रही फीडबैक


सर्वे के लिए चार सदस्यों का एक दल यहां पहुंचा व चारों सदस्यों ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में नागरिकों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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महू। लंबे इंतजार के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम सोमवार को महू पहुंची। चार टीमें शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग विषयों पर नागरिकों से फीडबैक ले रही है जिसमें प्रमुख रूप से शहर की साफ-सफाई, डोर टू डोर कचरा एकत्र करने, शौचालयों की साफ-सफाई आदि प्रमुख हैं जिसमें नागरिकों से चर्चा कर जानकारी ली जा रही है।

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए छावनी परिषद विगत बीस दिनों से सर्वेक्षण टीम का इंतजार कर रही है। इसके पूर्व परिषद ने तमाम प्रयास तथा कार्य किए हैं। सोमवार की सुबह अचानक टीम के सदस्य महू पहुंच गए।

इस सर्वे के लिए चार सदस्यों का एक दल यहां पहुंचा व चारों सदस्यों ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में नागरिकों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया।

टीम के सदस्य सात मुद्दों पर फीडबैक ले रहे हैं जिसमें मुख्य रूप से नागरिकों से साफ-सफाई व्यवस्था किस प्रकार है, घर-घर से कचरा एकत्र करने के लिए वाहन समय पर आ रहे हैं या नहीं, नागरिक स्वयं गीला व सूखा कचरा अलग-अलग डाल रहे हैं व परिषद के कर्मचारी इसके लिए किस प्रकार नागरिकों को जागरूक कर रहे हैं, आदि प्रमुख हैं।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान नागरिकों ने अपनी ओर से तो परिषद के कार्य पर संतुष्टि बताई, लेकिन आम नागरिकों के सहयोग व जागरूकता की कमी भी बताई।

जानकारी के अनुसार, स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए आम नागरिकों में जागरूकता की काफी कमी है। मोबाइल पर ऐप डाउनलोड कर अपनी राय देने में महू के नागरिक काफी पीछे हैं।

स्वच्छता सर्वे सूची में स्थान पाने के लिए कुल जनसंख्या का बीस प्रतिशत होना आवश्यक है, लेकिन अभी तक पांच प्रतिशत नागरिकों ने भी ऐप डाउनलोड ही नहीं किया जिससे परिषद के प्रयासों को काफी नुकसान हो सकता है।

इसके अलावा परिषद ने शहर भर में चित्रकारी के साथ साथ ट्रेंचिंग ग्राउंड पर काफी मेहनत की है। गत वर्ष टीम ट्रेंचिंग ग्राउंड भी नहीं गई थी जिस कारण महू परिषद को काफी अंकों का नुकसान हुआ था। इस वर्ष भी सर्वेक्षण टीम के ट्रेंचिंग ग्राउंड जाने की उम्मीद कम ही है।



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