विस्थापन और पलायन का समाधान पेश करें प्रत्याशी


विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने प्रत्याशियों से इन मुद्दों को उठाने का अनुरोध किया, इनमें विस्थापन, सिंचाई परियोजनाओं और आदिवासी समाज के विषय अहम हैं।



मंडला लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत 80 के दशक में कान्हा टाईगर रिजर्व और बरगी बांध के कारण मंडला, बालाघाट और सिवनी जिले का सैकड़ो आदिवासी बाहुल्य गांव विस्थापित और प्रभावित हुआ था।विस्थापित ग्रामीण आज भी विस्थापन का दंश झेल रहे हैं।

उसके बाद मटियारी और हालोन बांध के कारण मंडला और बालाघाट के डेढ़ दर्जन गांव के सैकड़ों परिवार विस्थापित हुए। आज भी हालोन गांव से प्रभावित लोग बिरसा गांव के संपुर्ण अधिग्रहण करने हेतु चुनाव बहिष्कार जैसे निर्णय लेने के लिए बाध्य हैं।

कान्हा टाईगर रिजर्व के पास फेन अभयारण्य बनाया गया है। परन्तु जंगली जानवरों द्वारा आदिवासी समुदाय के फसलों का नुकसान की भरपाई नहीं होने से आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। मध्यप्रदेश में 11 नये अभयारण्य प्रस्तावित है, उसमें से एक राजा दलपत शाह अभयारण्य कालपी रेंज मंडला में प्रस्तावित है।

बरगी बांध के जलग्रहण क्षेत्र में प्रस्तावित चुटका परमाणु परियोजना को लेकर मंडला और सिवनी के आसपास गांव के दर्जनों गांव इस घातक परियोजना को लेकर लामबंद हैं।

नर्मदा नदी पर बरगी बांध के उपर मंडला और डिंडोरी जिले में बसनिया (ओढारी), राघवपुर और अपर नर्मदा बांध के खिलाफ ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय आकर अपना आक्रोश प्रकट किया है।

बरगी बांध जलाशय से लिफ्ट के माध्यम से बीजाडांडी, नारायणगंज और केदारपुर घंसौर के आदिवासी किसान अपने खेतों में पानी देने की मांग कर रहे हैं।मुख्य अभियंता बरगी बांध द्वारा इस प्रस्ताव को नकारा जा रहा है।दूसरी ओर बरगी जलाशय में घटते मत्स्य उत्पादन के कारण मछुआरा प्रदेश के अन्य जलाशय में मजदूरी के लिए पलायन करने को मजबूर हैं।

जनवरी 2024 तक वन अधिकार कानून के अन्तर्गत मंडला जिले के आदिवासी 1985 तथा गैर आदिवासी 614 और डिंडोरी जिले के आदिवासी 3667 तथा गैर आदिवासी 915 दावों की जांच होकर अधिकार पत्र देना लंबित है।

मंडला और डिंडोरी जिले में कार्यरत बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित संघ, चुटका परमाणु विरोधी संघर्ष समिति, बरगी जलाशय मछुआरा युनियन, लिफ्ट सिंचाई अभियान बीजाडांडी- नारायणगंज, बसनिया (ओढारी) बांध विरोधी संघर्ष समिति, अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना संघर्ष समिति शोभापुर, बिठल्दा बांध प्रभावित संघर्ष समिति, अंडई मध्यम सिंचाई परियोजना संघर्ष समिति, जन संघर्ष मोर्चा (मंडला- बालाघाट), अखिल भारतीय राज गोंड महासभा, रूढि प्रथा पारम्परिक ग्राम सभा डिंडोरी, जयस(मंडला- डिंडोरी) आदि जन संगठनों ने मंडला लोकसभा प्रत्याशियों से विस्थापन और पलायन की समस्याओं का समाधान एवं विकल्प नागरिक समाज के सामने रखने का अनुरोध किया है।

 (यह लेख वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता राज कुमार सिन्हा ने लिखा है जो बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित संघ से जुड़े हैं।)