वातावरण में प्रदूषण घोल रही है बेकरियां, 39 होंगी बंद


मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वे में मिली जानकारी,
बेकरियों से क्षतिपूर्ति की राशि वसूली होगी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किए गए सर्वे में सामने आई हकीकत, नियकों को ताक में रखकर हो रहा संचालन, रहवासी क्षेत्र में हो रहा था संचालन, आमजन के स्वास्थ्य पर पड़ रहा विपरीत असर 


ब्रजेश राठौर
हवा-पानी Updated On :

खरगोन। शहरी क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में बेकरी कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। जिससे निकली वाली दुर्गंध और धुआं न केवल वातावरण को दूषित कर रही है, बल्कि शहर में प्रदूषण का जहर घोल रहा है। जिसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।

यह खुलासा हुआ है मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इंदौर द्वारा कराए गए सर्वे में। 20 अगस्त को बोर्ड की टीम और अधिकारियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में संचालित बेकरियों पर पहुंचकर जांच की। जिसमें सामने आया कि शहर में 39 बेकरी सेंटर बगैर प्रदूषण बोर्ड की अनुमति के संचालित हो रहे हैं। जहां गंदगी के बीच खाद्य पदार्थ जिसमें बे्रड, टोस्ट व अन्य वस्तुएं बनाई जा रही है। वहीं कारखानों से जल और वायु प्रदूषण फैल रहा है। जिसके चलते विभाग द्वारा नियम विरुद्ध संचालित बेकरियों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। बेकरी संचालकों को सात दिनों के अंदर कारखाने बंद करने के नोटिस दिए गए हैं।

रहवासी क्षेत्रों में हो रहा था बेकरियों का संचालन 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रिय अधिकारी एसएन द्विवेदी ने बताया कि विभागीय टीम द्वारा खरगोन शहर में अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वे किया गया। इसमें 39 बेकरियां चालू स्थिति में मिली।

मशीनों और बर्तनों धोने से जो पानी बाहर निकला रहा है, उससे जल और वायु प्रदर्शन फैल रहा है। बेकरी संचालन के लिए विभाग से परमिशन नहीं ली गई। अधिकांश बेकरियां आबादी क्षेत्रों में स्थापित हैं। जबकि नियमानुसार इन्हें शहर से बाहर होना चाहिए। टीम ने अलग-अलग सभी स्थानों पर पहुंचकर रिपोर्ट तैयार की। जिसमें संबंधित संचालकों को नोटिस दिए गए।

पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने पर वसूल होगी क्षतिूपूर्ति की राशि 

बेकरी संचालन के लिए जो मापदंड बने हैं, उसका पालन नहीं करने और बगैर अनुमति के संचालन पर बोर्ड ने कड़ी आपत्ति ली है। वहीं पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने पर संबंधित बेकरी संचालकों से क्षतिपूर्ति की राशि वसूलने का प्रावधान है। बोर्ड ने अपने नोटिस में संचालकों से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं सात दिनों में जबाब नहीं देने पर एक पक्षीय कार्रवाई की बात लिखी गई है।

इनकों दिए नोटिस

बेकरी का नाम- संचालक

सुपर गोल्डन -रहफ पिलू

वेलकम- गुलाम अहमद

जैज- हनीफ खानदेसी

शानदार- असलम खानदेसी

कोहिनुर- साहू दलाल

अनमूल- अशरफ सलीम

जनता- आरिफ हबीब

फाइन- फिरोज अब्दुल रहमान

केसर- केसर मेहमूद

मेहफूज- आयशा मेहमूद

अनमोल- रईसा पति सलीम

न्यू गोल्ड- अशलम अब्दुल्ला

मास्टर- हाजी मोहम्मद सादिक

जायका- रियाज खान

अलनूर- रेहान अकील

अजवा- सादिक हबीब

वीआईपी- इमरान हबीब

इंडियन- जूनेद खान

बेस्ट बेकरी- अमजद कल्लू

सुलेमान- अशद अनीस

सूर्या- इसराइल अब्दुल रहमान

मिलन- शादाब अली

न्यू झमाझम- कलीम हनीफ

झमाझम- सइदा याकूब

झमाझम- हनीफ याकूब

फेमस- मुस्तकीम न्याजू

सुपर गोल्ड- हकीम मोहम्मद

मार्डन- वसीम मुस्तकीम

लजीज- शाहरूख

मुगल- अब्राहम मिर्जा

गुड लाइफ- जफर खान

एवन- कलीम खान

न्यू पाकिजा- फरीद

मेहम्मूद- मेहम्मूद कल्लू

जीएन फूड- राजेश मिश्रा

अजनता- अमजद खान

राधे- वीरेंद्र सोलंकी

गुडलक- सज्जाद खान

एटलस- आलिम शेख

 

खरगोन में विभाग द्वारा सर्वे किए जाने पर 39 बेकरियों को बंद करने के निर्देश दिए है। एक भी संचालक के पास प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति नहीं है। सात दिनों में जवाब मांगा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एसएन द्विवेदी, क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण बोर्ड इंदौर