
मध्यप्रदेश उपचुनाव प्रचार के आखिरी दिन आज पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमल नाथ ने बड़ी घोषणा कर दी है. कमल नाथ ने घोषणा की है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर संविदा कर्मचारियों व रोजगार सहायकों को नियमित करते हुए, इनका मानदेय एवं सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही करेंगे.
कांग्रेस सरकार बनने पर संविदा कर्मचारियों व रोजगार सहायको को नियमित करते हुए, इनका मानदेय एवं सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही करेंगे।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 1, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर यह भी घोषणा की है कि, भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को पुनः नौकरी में बहाल किया जाएगा. इसके लिये हम वचनबद्ध है.
भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को पुनः नौकरी में बहाल किया जाएगा।
इसके लिये हम वचनबद्ध है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 1, 2020
यह ट्वीट कमल नाथ कार्यालय के आधिकारिक ट्वीटर हैंडिल से किये गये हैं. अंतिम क्षण में कमल नाथ द्वारा यह घोषणा एक मास्टरस्ट्रोक की तरह है.
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु कम किए जाने को अन्याय बताते हुए कमल नाथ ने कहा शिवराज सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर फिर से 60 वर्ष करने का फैसला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा है. इस निर्णय से उनके सामने संकट खड़ा होने वाला है. एक तरफ सरकार एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है, तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी?
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नीयत की खोट उजागर हुई है. यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है. भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे. कांग्रेस सरकार आने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त करेंगे.