कभी कांग्रेस में चुनाव अभियान के प्रमुख रहे सिंधिया एमपी के स्टार प्रचारकों में दसवें नंबर पर!


स्टार प्रचारकों में शामिल हुए पहले दस नामों में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम शिवराज सिंह चौहान, दुष्यंत कुमार गौतम, विनय सहस्त्रबुद्धे, नरेंद्र सिंह तोमर, थावर चंद्र गेहलोत, कैलाश विजयवर्गीय, धर्मेंद्र प्रधान, उमा भारती और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। इसके बाद कई और नेताओं का नंबर आता है। इनमें प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रभात झा और नंदकुमार सिंह चौहान जैसे नाम हैं। सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए एक भी नेता का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है।


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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की एंट्री भले ही स्टार की तरह हुई हो लेकिन फिलहाल पार्टी में उन्हें स्टार कैंपेनर यानी प्रचारक की तरह पेश नहीं किया जा रहा है। रथ रूपी चुनावी वाहनों के पोस्टरों पर उनकी तस्वीरें पहले ही गायब थीं वहीं अब स्टार प्रचारकों की सूची में भी उनका नाम काफी नीचे आ चुका है।

भाजपा ने 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने तीस स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है उनमें राज्यसभा सांसद बन चुके सिंधिया का नाम दसवें नंबर पर है। यही नहीं सिंधिया सर्मथक कोई भी नेता भाजपा की स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं है। हालांकि सिंधिया ने अपने कई सर्मथकों को शिवराज सरकार में मंत्री भी बनवाया था।

इस सूची  से उपजे विवाद पर कांग्रेसी दल के नेता भी चुटकी ले रहे हैं। वे इसे भाजपा की उपयोग करो और फेंको की राजनीति बता रहे हैं। इससे पहले साल 2018 के विधानसभा चुनावों के समय सिंधिया कांग्रेस के चुनाव अभियान के प्रमुख थे।

ऐसा भी नहीं है कि भाजपा के सबसे शीर्ष के नेताओं के कारण सिंधिया का नाम दसवें नंबर पर खिसक आया हो क्योंकि इस सूची में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तीनों का नाम नहीं है। सूची में सभी नाम प्रदेश स्तर के ही नेताओं के हैं। इस सूची में भाजपा की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी शामिल नहीं हैं।

स्टार प्रचारकों में शामिल हुए पहले दस नामों में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम शिवराज सिंह चौहान, दुष्यंत कुमार गौतम, विनय सहस्त्रबुद्धे, नरेंद्र सिंह तोमर, थावर चंद्र गेहलोत, कैलाश विजयवर्गीय, धर्मेंद्र प्रधान, उमा भारती और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। इसके बाद कई और नेताओं का नंबर आता है। इनमें प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रभात झा और नंदकुमार सिंह चौहान जैसे नाम हैं।

इस मामले में कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता कहते हैं कि मुख्यमंत्री जिस तरह मंच से झुक-झुक कर सजदा करते हुए कहते हैं कि सिंधिया नहीं होते तो उनकी सरकार नहीं बनती और आज उन्हीं सिंधिया को दसवें नंबर पर डाल रखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को तो पहले से ही भाजपा की काम उपयोग करो और फेंको की नीति की जानकारी थी और अब लगता है कि सिंधिया का उपयोग वहां पूरा हो चुका है।



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