सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में सोन नदी पर बने बाणसागर बांध की मुख्य नहर में मंगलवार की सुबह यात्रियों से भरी बस गिर गई थी। इस हादसे में बुधवार सुबह चार और शव नहर से बाहर निकाले गए।
इसके साथ ही मृतकों की संख्या अब 51 पहुंच गई है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, अब कोई भी बस सवारी लापता नहीं है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान बस हादसे में मारे गए मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। सुरेश गुप्ता जो उस बस में थे उन्हें बचा लिया गया था। सीएम ने उनसे मुलाकात की और हाल जाना।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj आज सीधी बस हादसे में दिवंगत लोगों के घर पहुंचे और शोकाकुल परिजनों को हिम्मत बंधाई। श्री चौहान ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए सहायता राशि के ₹7-7 लाख के चेक प्रभावित परिजनों को प्रदान किए और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया।#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/JpwJUSrAqi
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 17, 2021
देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुए बस हादसे को लेकर सीधी आरटीओ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ साथ एमपीआरडीसी के डिविजनल मैनेजर, एजीएम और मैनेजर को भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। इससे पहले सीएम ने प्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ बैठक ली।
श्री चौहान ने कहा कि तात्कालिक रूप से रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन के डीएम,एजीएम व मैनेजर को सस्पेंड कर रहा हूं। बाकी चीजें कैसे ठीक होंगी,इंतजाम कर रहे हैं। बस में सीमा से अधिक यात्री थे इसलिए संबंधित आरटीओ को सस्पेंड कर रहे हैं।कोई गलती करेगा तो उसे सजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 17, 2021
नहर में गिरी बस के फरार चालक को रामपुर नैकिन पुलिस ने दबिश देकर उसके घर पर पकड़ लिया है। रामपुर नैकिन थाने में पुलिस चालक से घटनाक्रम को लेकर बातचीत कर रही है।
ड्राइवर का कहना है कि अचानक बस में आवाज आई और वह सड़क से उतरकर नहर में चली गई। मेरे पहले एक लड़की बस से निकली और फिर मैं। ग्रामीणों ने रस्सी के जरिये हमें बाहर निकाला।

इस बस हादसे में प्रभावित यात्री सीधी, रीवा, सिंगरौली व सतना जिले के निवासी हैं। हादसा सुबह साढ़े सात बजे सीधी जिले के रामपुर नैकिन स्थित पटना पुल के पास हुआ। बस सीधी से सतना जा रही थी।
संकरी सड़क पर ट्रक से पासिंग लेते समय बस का पिछला पहिया फिसला और बस 22 फीट गहरी नहर में गिर गई। चालक समेत सात लोगों को ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला। सूचना पाते ही सीधी और रीवा जिले के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और एसडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुट गई।
सतना-सीधी स्टेट हाइवे पर छुहिया घाटी में पांच दिन से लगे जाम के कारण बस चालक नहर के रास्ते से निकलने की कोशिश कर रहा था, जहां यह हादसा हुआ और बस नहर में चली गई।
पिछले पांच दिन से सीधी-रीवा मार्ग पर छुहिया घाटी में ट्रक खराब हो जाने से जाम लगा हुआ है। यहां का रास्ता पहाड़ी और घुमावदार है। सड़क जर्जर है। जब भी बड़ा वाहन खराब होता है, जाम लग जाता है।
बस में परीक्षा में शामिल होने के लिए काफी संख्या में युवा सवार थे इसलिए घाटी में जाम होने के कारण ही चालक ने नहर के रास्ते बस निकलने की कोशिश की और हादसा हो गया।
जानकारी मिल रही है कि बस की क्षमता 32 सीटों की थी, लेकिन इसमें 58 यात्रियों को बैठाया गया था, जो नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है। अमूमन इस क्षेत्र की कई बसों में यही स्थिति रहती है।
न तो इस ओर कभी आरटीओ ने ध्यान दिया और न ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारी ध्यान देते हैं। ऐसे में बस संचालकों के हौसले बुलंद हैं और वे मनमर्जी काम करते हैं। वे क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर उनकी जान संकट में डालते हैं।
प्रधानमंत्री जी ने संवेदनाएं प्रकट की हैं, मृतक भाई-बहनों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की मदद की जाएगी। मध्यप्रदेश शासन ने 5-5 लाख रुपये की सहायता देना तय किया है।
तात्कालिक रूप से 10-10 हजार रुपये की सहायता दी गई है। गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की है।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 16, 2021
बस हादसे में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही प्रधानमंत्री राहत कोष से पीएम नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

















