किसान आंदोलनः सिंधु बॉर्डर के लिए निकले महाराष्ट्र के किसान पहुंचे इंदौर


किसान धूलिया, जलगांव, परभणी, मालेगाव, नाशिक आदि जिलों से आए थे। यह जत्था उज्जैन, कोटा होते हुए आज शाम जयपुर पहुंचेगा और कल दिल्ली की सिंधु बॉर्डर पहुंचेगा। 


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इंदौर। केंद्र सरकार और किसानों के बीच अब तक की बातचीत नाकाम होने के बाद अब किसान आंदोलन में अन्य प्रदेशों में भी तेजी आ सकती है। इसके आसार नज़र आने लगे हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से सैकड़ों किसान इंदौर पहुंचे। इन किसानों ने इंदौर के राजमोहल्ला चौराहे पर स्थित भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। किसान धूलिया, जलगांव, परभणी, मालेगाव, नाशिक आदि जिलों से आए थे। यह जत्था उज्जैन, कोटा होते हुए आज शाम जयपुर पहुंचेगा और कल दिल्ली की सिंधु बॉर्डर पहुंचेगा ।

किसान संघर्ष समन्वय समिति की इंदौर इकाई, संयुक्त किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान संघर्ष समिति और किसान खेत मजदूर संगठन तथा एटक व आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया ।यहां हुई सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार कॉरपोरेट का भला करने के लिए किसान विरोधी कानून लाई है जिससे खेती किसानी बर्बाद होगी तथा किसानों की आत्महत्याओं का दौर और बढ़ेगा।

महाराष्ट्र के इस किसान जत्थे का नेतृत्व प्रशांत सोनोने राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्यशोधक शेतकरी सभा,सुभाषदादा काकुस्ते रा. सचिव AIkM लाल निशान श्रमिक शेतकरी संघटना, किशोर ढमाले रा. संघटक सत्यशोधक शेतकरी /कष्टकरी सभा कर रहे है।

इंदौर पहुंचने पर जत्थे का स्वागत रामस्वरूप मंत्री, एसके दुबे, प्रमोद नामदेव, कैलाश लिंबोदिया, सीएल सरावत, छेदी लाल यादव, मोहम्मद अली सिद्दीकी , अजित पवार, शेर सिंह यादव, भागीरथ कछवाय ,डॉ. पीयूष जोशी, सीमित जाने, मनोज यादव, सीमित चावला सहित विभिन्न कार्यकर्ताओं ने किया।

रामेश्वर मंत्री ने बताया कि आने वाले दिनों में और भी किसान महाराष्ट्र से दिल्ली की ओर आएंगे। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में भी किसान आंदोलन को लगातार समर्थन मिल रहा है।

 



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