MP में मेडिकल लैब टेक्नीशियन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में नहीं हुई जांचें


समस्त मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन (हेल्थ सर्विसेस) म.प्र. के आह्वान पर मेडिकल लैब टेक्नीनिशयन, लैब असिस्टेंट और लैब अटेंडेंट इस हड़ताल में शामिल हैं।


DeshGaon
उनकी बात Published On :
mp lab technicians strike

इंदौर। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्नीशियन 13 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं जिसकी वजह से विभाग के अस्पतालों में जांचें नहीं हो सकीं। इसके साथ ही जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।

समस्त मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन (हेल्थ सर्विसेस) म.प्र. के आह्वान पर मेडिकल लैब टेक्नीनिशयन, लैब असिस्टेंट और लैब अटेंडेंट इस हड़ताल में शामिल हैं।

लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन ने 13 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है। इसका आंशिक समर्थन करते हुए जिला चिकित्सालय इंदौर की नर्सेस एवं आशा कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल परिसर स्थित सीएमएचओ ऑफिस पहुंचे और प्रदर्शन किया।

लैब टेक्नीशियन की हड़ताल से शासकीय अस्पतालो में खून की जांचें नहीं हो सकीं। जिसके कारण यहां भर्ती मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे। दूसरी तरफ, हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि सरकार के सामने बार-बार मांगें रखने पर भी कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है, इसी कारण अब वो अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखेंगे।

13 सूत्रीय मांगें – 

  • पदनाम परिवर्तन मेडिकल लैब ऑफिसर/मेडिकल लैब टेक्नीकल ऑफिसर
  • ग्रेड पे 2800 से 4200 करना
  • प्रमोशन चैनल
  • संविदा लैब टेक्नीशियनों का नियमितिकरण
  • टेक्नीशियन असिस्टेंट/लैब असिस्टेंट का ग्रेड पे 2800
  • लैब अटेंडेंट का ग्रेड पे 2400
  • 70, 80, 90 प्रतिशत वेतन को 100 प्रतिशत वेतन 2 वर्ष की परीक्षा नियम पूर्व की तरह किया जाए
  • नियमित पदों की संख्या बढ़ाना एवं पूर्व रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती
  • लैब टेक्नीशियनों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएं
  • रिस्क अलाउंस एवं अतिरिक्त कार्य भत्ता
  • नॉन प्रेक्टिस अलाउंस, प्राइवेट प्रेक्टिस एवं बेसिक जांचों के साथ लैब चलाने की अनुमति
  • लैब में कार्य समय और लक्ष्य की पुन: समीक्षा पर नई गाइडलाइन निर्धारित हो
  • प्रदेश में लैब टेक्नीशियनों की भर्ती आउटसोर्स या अस्थायी रूप से नहीं करते हुए नियमित पदों पर भर्ती की जाए।



Related






ताज़ा खबरें