कोरोना काल में बग्घी दौड़, सैकड़ों लोग जमा हुए, हादसे में एक मौत भी लेकिन पुलिस कर रही खानापूर्ती…


 इस मामले में पुलिस ने ग्राम कोतवाल की शिकायत पर बसंत राय निवासी मुर्गीढाना के खिलाफ भादवि की धारा 188 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। 


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :

नरसिंहपुर। बीते दिनों एक बार फिर सांईखेड़ा क्षेत्र में बैल बग्घी दौड़ स्पर्धा हुई। बैल की चपेट में आए एक वृद्ध की मौत हो गई। इसे  लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने लगे हैं।  जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए जारी किए गए प्रतिबंधात्मक आदेश व धारा 144 के बावजूद आयोजन में जुड़े सैकड़ों लोग जुटे थे।

इस दौरान न तो पुलिस सक्रिय रही और न ही प्रशासन। ऐसे में दोनों विभागों की जमकर आलोचना हई। जिसके बाद अब पुलिस ने आयोजक के खिलाफ मामला तो दर्ज किया लेकिन बेहद कमज़ोर धाराओं में। यहां कोतवाल की शिकायत पर मुर्गीढाना के एक व्यक्ति पर मामला पंजीबद्ध किया गया है।

ग्राम केकरा निवासी सोनू कतिया पिता मोहनलाल की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक ग्राम केकरा दूधी नदी के घाट पर बिना अनुमति बैल बग्घी दौड़ का आयोजन ग्राम मुर्गीढ़ाना के बसंत राय के द्वारा किया गया था। इस आयोजन में सैकड़ों ग्रामीण  मौजूद रहे। इस दौरान न तो कोरोना का ख्याल रखा गया और न ही कलेक्टर के आदेशों का पालन किया गया।

इस मामले में पुलिस ने ग्राम कोतवाल की शिकायत पर बसंत राय निवासी मुर्गीढाना के खिलाफ भादवि की धारा 188 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।  रिपोर्ट के मुताबिक प्रतियोगिता करीब एक बजे शुरू हुई, चार बजे तक चलती रही जिसमें ग्राम केकरा, मुर्गीढाना के सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।

जानकारी मिली कि यह आयोजन ग्राम मुर्गीढ़ाना के बसंत राय के द्वारा किया गया है। इसकी कोई सूचना गांव या किसी को नहीं दी गई। अब इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है।

यह दूसरा आयोजन, पीपुल्स फार एनीमल्स ने सौंपा ज्ञापन….  ग्राम केकरा में यह दूसरा आयोजन था। इसके पहले महाशिवरात्रि में भी इसका आयोजन हुआ था। जिसे लेकर भी प्रशासन सजग नहीं रहा। इसके बाद 27 – 28 मार्च को हुए आयोजन में एक बार फिर सैकड़ों लोग एकत्रित हुए।  इस दौरान बैलगाड़ी की चपेट में एक साठ वर्षीय ग्रामीण भी आ गया। जिससे हालत बुरी तरह घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान वृद्द की मौत हो गई। इस घटना के बावजूद पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया।

इस पर पीपुल्स फार एनीमल्स संगठन के भागीरथ तिवारी, अभय वानगात्री और अन्य ने अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद हरकत में आई  और मामला दर्ज किया।



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