28 मार्च से शुरु होगी एमएसपी पर गेहूं की खरीदी, बनाए गए हैं 109 खरीदी केंद्र


इस बार गेहूं बोवनी का आंकड़ा 6 हजार हेक्टेयर में बढ़ने से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का लक्ष्य 2 लाख मेट्रिक टन का निर्धारित किया गया है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
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धार।  जिले में समर्थन मूल्य पर उपज की खरीद की शुरुआत 28 मार्च सोमवार से होने जा रही है। इसे लेकर जिलेभर के केंद्रों पर खास तैयारी की गई है। दरअसल शुरुआती दौर में किसानों से चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद चले रही हैं वहीं इसके बाद 28 मार्च से गेहूं  खरीदी शुरू होगी।

सर्मथन मूल्य पर चना की खरीदी 21 मार्च से शुरु हो चुकी है। उस समय गेहूं की खरीदी आगे बढ़ा दिया गया था। 28 मार्च से गेहूं की खरीदी 2015 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर होगी। जिलेभर में कुल 109 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि इस बार पंजीयन को लेकर प्रशासन द्वारा एक बार तारीख बढ़ाई गई हैं।

इसके बाद किसानों के पंजीयन का कुल आंकड़ा 41 हजार 712 से अधिक पहुंचा है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष जिले में गेहूं के लिए 59 हजार और चना विक्रय के लिए 9 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन करवाया था, जबकि गत वर्ष जिले में बनाए केंद्रों पर गेहूं की 3 लाख मैट्रिक टन खरीदी की गई थी।

गेंहू के रकबे मे बढ़ोतरी हुई: इस वर्ष जिले में रबी सीजन की फसलों की बोवनी 5 लाख हेक्टेयर में हुई है। इसमें सर्वाधिक गेहूं की 2 लाख 96 हेक्टेयर में शामिल है। पिछले वर्ष गेहूं की बोवनी 2 लाख 90 हजार हेक्टेयर में हुई थी और समर्थन मूल्य पर जिले से 3 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई थी। वहीं इस बार गेहूं बोवनी का आंकड़ा 6 हजार हेक्टेयर में बढ़ने से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का लक्ष्य 2 लाख मेट्रिक टन का निर्धारित किया गया है।

जिला विपणन अधिकारी स्वाति राय ने बताया कि चना की खरीदी 21 मार्च 31 मई तक और गेहूं की खरीदी 28 मार्च से खरीदी होना है वहीं जिले में गेहूं के 109 एवं चना, मसूर के 11 उपार्जन केन्द्र खोले गये हैं। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर प्रतिदिन समर्थन मूल्य पर चना व मसूर एक केंद्र पर एक दिन में 15 किसानों से खरीदी होगी। तय तिथि के 3 दिन में किसानों को केंद्र में चना तुलवाना होगा।

सायलो व वेयर हाउसिंग में होगा भंडारण:
विपणन अधिकारी स्वाती रॉय ने भंडारण के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में संस्थाओं से खरीदे गए गेहूं के भंडारण में परेशानी न आए, इसके लिए प्रशासन ने इस लिए वेयर हाऊसिंग और सायलो केंद्रों पर ज्यादा फोकस किया है। 30 मेट्रिक टन के सायलो केंद्र पर गेहूं रखने की क्षमता रहेगी। शेष गेहूं वेयरहाउस व अन्य गोदामों में रखा जाएगा। वेयर हाऊस , फेल्टफार्म मंडी व अन्य जगह गेंहू रखने की जगह है इन सभी को मिलाकर जिले में 3 लाख मैट्रिक टन से अधिक गेहूं रखने की जगह जिले में है समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए इस बार 11 केंद्र बनाए हैं।

41 हजार ने कराया पंजीयन जो पिछले साल से 18 हज़ार कम : 
इस साल जिले में 41 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराए थे। जबकि पिछले साल मात्र 59 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था। ऐसे में इस साल 18 हजार कम किसानों ने पंजीयन करवाए हैं। पिछले साल जिले में 3 लाख 80 मैट्रिक टन गेंहू खरीदी था, जबकि 2 लाख मैट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य रखा है। गेहू खरीदी के लिए केंद्र तय हो गए है।

उपज बेचने के 5 दिन में आएगी किसानों के खाते में राशि:
अपनी फसल बेचने वाले किसानों को 5 दिनों में उनकी राशि खातों में राशि पहुंचा दी जाएगी। इसके अलावा गेहूं की खरीदी सोमवार से शुरू होगी। ई-उपार्जन की व्यवस्थाओं को लेकर को द्वारा टोर टू टोर बैठकें ले रहे हैं। अधिकारियों द्वारा सभी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाओं के इंतजाम के निर्देश दिए गए।

खरीदी केंद्रों पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी केन्द्रों पर किसानों और कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए मास्क, सैनिटाइजर और हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था रहेंगी। वहीं किसानों व अन्य लोगों के लिए पीने के पानी, शौचालय , टेंट की व्यवस्था की जाएगी।

सायलो बैग से हो रही खरीदी:
जिले में दो जगह सायलो बेग से खरीदी हो रही है। इससे किसानों को काफी हद तक राहत मिल रही है वही सायलो बैग से किसानों को ज्यादा समय तक केंद्रों पर खड़ा नहीं होना पड़ रहा है वह आसानी से ट्राली खाली करने पर गेहूं तुलवाई कर रहे है वही सॉयलो बैग के साथ प्लेटफार्म भी तैयार हो गए है। वहीं इस बार सायलो के केंद्रों पर 30-30 हजार मैट्रिक टन गेंहू रखने की सुविधा है। इसे आवश्यकता अनुसार बढ़ाया भी जा सकता है। उपार्जन केन्द्रों पर प्रत्येक सेंटर पर रोजाना कितना उपार्जन हुआ उसकी नियमित जानकारी ली जाएगी। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों पर गेहूं भण्डारण, बारदानों और परिवहन की सम्पूर्ण व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

स्लॉट बुक करवाना जरूरी :
किसान पंजीयन करवाने के साथ स्लॉट भी बुक करवाना जरुरी उसके बना गेहूं नही बेंच सकते है।  किसानों को www.mpeuparjan.nic.in पर की जा कर स्लॉट बुक करवा सकते है। वही इस लिंक की जानकारी SMS के माध्यम से कृषक के मोबाईल पर प्राप्त होगा वही किसानों को 23.मार्च से स्लॉट बुकिंग करवाना हौगी स्लॉट बुकिंग सुबह  9 से 1 बजे एवं अपरान्ह 2 से 6 बजे की जा सकेगी, जिसमें किसान एक पारी का चयन किया जा सकेगा। उपार्जन का कार्य सोमवार से शुक्रवार तक रहेगा शनिवार और रविवार को खरीदी बन्द रहेगी।

जिले में गेहूं की फसल और एमएसपी पर खरीदी

  • 2 लाख 96 हजार हेक्टेयर में हुई है गेहं की बोवनी
  • 2 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य
  •  41 हजार किसानों का पंजीयन
  • 3.30 लाख मीट्रिक भंडारण क्षमता है
  • 91 संस्थाओं द्वारा संचालित 109 उपार्जन केंद्रों पर खरीदी

 

जिले में 2 लाख मैट्रिक उपार्जन की सभावना है जिसके अनुरूप भण्डार की व्यवस्था कर ली गई है किसानों को गेंहू बेचने में किसी तरह की परेशानी नही आने दी जायेगी। वहीं किसान पहले स्लॉट बुक करवाकर खरीदी केंद्रों पर पहुंचेंगे।

एस एन मिश्रा, जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला धार



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