VIDEO: जेल में मिलने पहुंची कांग्रेस नेताओं की टीम, रुआंसे होकर बाबा ने सुनाया दुखड़ा


खबरों की मानें तो कंप्यूटर बाबा कांग्रेसी नेताओं से बात करते हुए रुआंसे से हो गए। उन्होंने अपनी सफाई दी और कहा कि उनके आश्रम में जो बंदूक मिली है वह लाइसेंसी है और प्रशासन ने जो निर्माण गिराया है वह उनके नहीं बल्कि सरकारी पैसे से ही बनाया गया था।


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इन्दौर Updated On :
कंप्यूटर बाबा से मिलकर लौटे कांग्रेसी नेता जीतू पटवारी मीडिया से बात करते हुए


इंदौर। स्थानीय प्रशासन कंप्यूटर बाबा पर कार्रवाई कर रहा है मंगलवार को भी उनके कब्जे से कुछ ज़मीनें छुड़ाई गईं। हालांकि कंप्यूटर बाबा जेल में थे और प्रशासन की इस कार्रवाई पर एक दिन पहले की तरह कोई विरोध नहीं कर पाए।

इस बीच उनसे मिलने के लिए कांग्रेस के कई विधायक और नेता जेल पहुंचे। इनमें पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, देपालपुर से विधायक विशाल पटेल, इंदौर शहरी क्षेत्र के विधायक संजय शुक्ला, सांवेर से प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू आदि शामिल थे।

खबरों की मानें तो कंप्यूटर बाबा कांग्रेसी नेताओं से बात करते हुए रुआंसे से हो गए। उन्होंने अपनी सफाई दी और कहा कि उनके आश्रम में जो बंदूक मिली है वह लाइसेंसी है और प्रशासन ने जो निर्माण गिराया है वह उनके नहीं बल्कि सरकारी पैसे से ही बनाया गया था।

इसके बारे में उनके पास पुख्ता सबूत भी हैं। बाबा ने कहा कि आश्रम में बात तब और विलासिता का दूसरा सामान मिलने की बात झूठी है। ऐसे में अब कांग्रेसी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं कि अगर कंप्यूटर बाबा ने अवैध निर्माण  किया है तो इसके लिए पहले सरकारी पैसा उपलब्ध कैसे कराया गया।

बाहर आकर कांग्रेसी नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा की बाबा पर कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी द्वारा बदले की भावना से शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि 15 सालों तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कंप्यूटर बाबा के लिए आदर रखते थे लेकिन जब उन्होंने नर्मदा सेवा योजना में घोटाले की और नर्मदा नदी में अवैध खनन के मामले उठाने शुरू किए तब अचानक बाबा उनके दुश्मन हो गए।

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि जो भी निर्माण तोड़ा गया है वह विधायक निधि से बनाया गया था और कुछ निर्माण जनपद पंचायत कि द्वारा स्वीकृत थे और पंचायत निधि से बनवाए गए थे।

कांग्रेसी नेताओं ने कंप्यूटर बाबा का पूरा पक्ष लिया और कहा कि सरकार की कार्रवाई के खिलाफ बाबा के साथ खड़े हुए हैं। हालांकि प्रशासन का कहना है कि बाबा के कब्जे से करीब 55 से 60 करोड़ रुपए की जमीन छुड़ाई गई है।



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