महूः जनपद परिसर में धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन


जनपद परिसर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान सभी कर्मचारियों ने अर्धनग्न होकर अपना विरोध प्रकट किया। यहां करीब एक घंटे तक इस प्रकार का प्रदर्शन चलता रहा।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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महू। महू के इतिहास में पहली बार अपनी मांगों को लेकर तथा शासन की उदासीनता के विरोध में विगत आठ दिनों से धरने पर बैठे कर्मचारियों ने गुरुवार को अनूठा प्रदर्शन किया।

जनपद परिसर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान सभी कर्मचारियों ने अर्धनग्न होकर अपना विरोध प्रकट किया। यहां करीब एक घंटे तक इस प्रकार का प्रदर्शन चलता रहा।

गत बाईस जुलाई से जनपद पंचायत के सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर काम बंद कर धरना दे रहे हैं। दिन भर धरने के दौरान टाइमपास के लिए गीत-संगीत का आयोजन हो रहा है जबकि इस हड़ताल के कारण पंचायत के सभी काम पूरी तरह ठप्प हो गए हैं।

नागरिक खासकर ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की योजनाएं भी पूरी तरह ठप्प हो गईं हैं। आठ दिनों से काम बंद होने के बावजूद शासन इनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

इस बात से नाराज होकर महू जनपद पंचायत के सभी कर्मचारियों ने एक अनूठा प्रदर्शन किया। सभी कर्मचारियों ने गुरुवार को करीब एक घंटे तक अर्धनग्न होकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदेश शासन की बेरूखी से नाराज होकर इन्होंने लगातार प्रदर्शन व आंदोलन करने की बात कही।

नैतिक समर्थन करने वालों पर काम का बोझ बढ़ाने की तैयारी –

इस काम बंद हड़ताल के कारण ग्राम पंचायतों के विकास कार्य तथा केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाएं बंद हो गई हैं। इसे गति देने के लिए अब उन कर्मचारियों को जिम्मेदारी देने की चर्चा है जो इस हड़ताल को नैतिक समर्थन दे रहे हैं।

अगर ऐसा हुआ तो नाम मात्र के कर्मचारियों पर कई-कई काम का बोझ आ जाएगा और वह भी ऐसे काम होंगे जो उन्होंने कभी किए ही नहीं हैं।

इस प्रकार का पहला प्रदर्शन –

गुरुवार को जनपद पंचायत के कर्मचारियों ने जो अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया, वह तहसील में पहली बार हुआ। अब तक तो कर्मचारी अपने प्रदर्शन में काम बंद कर धरना देते, नारेबाजी करते, रैली निकाल कर ज्ञापन देते व काली पटटी बांध कर काम करते रहे हैं लेकिन अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करना महू में पहली बार है।



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